राजधानी के अलीगंज इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक एक झोपड़पट्टी में टीवी में हुए विस्फोट से आग लगने से आस-पास की पांच और झोपड़ियां आग की चपेट में आ गई। पीड़ितों ने घटना की जानकारी 100 नंबर पर दी हालांकि पुलिस मौके पर पहुंची और खानापूर्ति करके वापस आ गई। जबकि पुलिस ने दमकल की टीम को बुलाना मुनासिब नहीं समझा। हार मानकर खुद पीड़ितों ने ही पास में रखी सार्वजानिक पानी की टंकियों के पानी से आग पर डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक उनकी घरेलू सामग्री जलकर खाक हो गई।
यह है पूरा घटनाक्रम
- जानकारी के मुताबिक, अलीगंज ईलाके के पुरनिया क्रासिंग के पास हजारी लाल विद्यालय है।
- इसी विद्यालय के अगल-बगल में लगभग एक दर्जन झोपड़पट्टी हैं।
- विभिन्न प्रांत के एक दर्जन परिवार इन झोपड़ियों में निवास करते हैं।
- इन्ही में से एक झोपड़ी में रहने वाली राधा पत्नी रामू ने बताया कि बुधवार सुबह लगभग 11 बजे वह अपने बच्चों श्यामू और श्यामा के साथ टीवी देख रही थी।
- तभी अचानक टीवी में शार्ट सर्किट हो गया और आग लग गई।
- आनन-फानन में राधा बच्चों समेत बाहर आई और स्थानीय लोगों को बुलाया।
- हालाकि तब तक आग पड़ोस में रहने वाले विनोद वाल्मीकि की झोपड़ी तक पहुंच गई।
- विनोद ने बताया कि उस वक्त उनकी पत्नी चांदनी और तीन बच्चियां राशि श्रष्टि और मीठी घर पर मौजूद थे।
- उधर आग ने विकराल रूप लिया तो इन दोनों झोपड़ियों से सटी कुरबान, इरफान, सादिक और धीरज गुप्ता की झोपड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं। इसी बीच धीरज के भाई ललित ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। लेकिन पुलिस मौके पर तो आई हालांकि तुरंत वापस चली गई। स्थानीय लोगो ने पास में लगी सार्वजानिक पानी की टंकियों और घरों से बाल्टी भर भरकर लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। होटल संचालक धीरज ने बताया कि उनकी झोपड़ी में आग लगने से घर में रखे 7 हजार रुपये नगद समेत होटल का वारदाना जल गया। उधर विनोद के घर में भी 20 हजार नगद समेत पूरी गृहस्थी जलकर राख हो गई। इसी तरह आग की चपेट में आई आधा दर्जन झोपड़ियों में लाखों का नुकसान हो गया।