उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद से सूबे के सभी अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया गया है, जिसके चलते राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में गोश्त की सप्लाई और उसके चलते बिक्री बाधित हुई है। गौरतलब है कि, योगी सरकार स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अवैध बूचड़खानों को बंद कर रही है।
राजधानी में गोश्त व्यापारी करेंगे प्रदर्शन:
- प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद से ही सूबे के सभी अवैधान बूचड़खानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया था।
- जिसके बाद से पूरे प्रदेश में गोश्त की सप्लाई से लेकर बिक्री में कमी आई है।
- शहर समेत प्रदेश के सभी छोटे गोश्त की फुटकर दुकानों पर ताले लग गए हैं।
- इसलिए प्रदेश के सभी गोश्त व्यापारी सोमवार को राज्य सरकार के खिलाफ सूबे में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करेंगे।
- गौरतलब है कि, सूबे में वैध बूचड़खानों और अवैध बूचड़खानों की संख्या में जमीन आसमान का फर्क है।
- वहीँ अधिकतर गोश्त व्यापारी अवैध बूचड़खानों से गोश्त खरीद कर उन्हें फुटकर के तौर पर बेचते थे।
- अवैध बूचड़खानों के बंद होने के बाद से उनका व्यापार प्रभावित हुआ है।
राज्य सरकार के घोषणा पत्र में शामिल था वादा:
- सोमवार 20 मार्च को नई सरकार ने सभी अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात कही थी।
- गौरतलब है कि, यह मुद्दा भाजपा ने चुनाव में भी उठाया था।
- साथ ही सरकार बनने के बाद प्राथमिकता से इसे लागू भी किया है।
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