देश का जाना माना चिकित्सा संस्थान एसजीपीजीआई इस बार ऑल इंडिया सुपरस्पेशियलिटी कोर्स के प्रथम चरण की ऑनलाइन काउंसलिंग लिस्ट में शामिल नहीं हो सका है। बीते बुधवार को काउंसलिंग का अंतिम दिन बीत गया और टॉपर अभ्यर्थी संस्थानों के विकल्प में पीजीआई का नाम शामिल होने का इंतजार ही करते रह गए।
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किए गए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- अभ्यर्थियों का कहना है कि टॉपर होने के बावजूद वे पीजीआई की च्वांइस फिल नहीं कर सके।
- वहीं दूसरे चरण में आयोजित होने वाली काउंसलिंग में कम रैंक वाले अभ्यर्थियों को यहां दाखिले का मौका मिलेगा।
- इस मामले में पीजीआई प्रशासन इसे तकनीकी दिक्कत बताकर मामले से पल्ला झाड रहे हैं।
- केंद्र सरकार द्वारा देश के चिकित्सा संस्थानों में एमसीएच और डीएम करने के लिए नीट द्वारा दाखिला दिया जा रहा है।
- इसके तहत 12 से 16 अगस्त तक काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किए गए थे।
- जबकि 14 से 16 अगस्त तक सीट लॉक करने का मौका दिया गया था।
- सीट लॉक के लिए देष भर के 76 चिकित्सा संस्थानों का विकल्प था।
- लेकिन इसमें पीजीआई का कहीं भी नाम ही शामिल नहीं था।
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- आगामी 18 अगस्त को सीट लॉक की फाइनल लिस्ट आएगी।
- जबकि 19 से 21 अगस्त तक अभ्यर्थियों को संबंधित संस्थानों में रिपोर्ट करना होगा।
- पीजीआई में एमसीएच की 18 और डीएम की 41 सीटें हैं।
- इसमें इंडोक्राइनमेडिसिन, इंडोसर्जरी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कॉर्डियक सर्जरी आदि की सीटें हैं।
- आगामी 23 अगस्त को सुपरस्पेशियलिटी कोर्स में दाखिले की दूसरे चरण की काउंसलिंग होगी।25 अगस्त को सीट अलॉटमेंट की लिस्ट आएगी और 26 से 29 अगस्त तक अभ्यर्थियों को संबंधित संस्थानों को रिपोर्ट करना होगा।
- इसके बाद बची हुयी सीटों को मॉपअप काउंसलिंग से भरा जाएगा।
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