उत्तर प्रदेश के झांसी जिला में धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों का एक क्रूर चेहरा सामने आया है। ताजा मामला मेडिकल कॉलेज झांसी का है यहां लापरवाह डॉक्टरों ने मऊरानीपुर में बच्चों को ले जा रही एक बस पलटने के बाद घायल बस के क्लीनर का पैर काटकर तकिया बना दिया। घायल युवक को इलाज के लिए झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
घायल युवक को इलाज के लिए झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों द्वारा की गई इस लापरवाही के मामले में मेडिकल कॉलेज, झांसी के सी.एम.एस डॉ. हरीश चंद्र आर्य ने कहा कि मामले की गंभीरता से लेते हुए कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, झांसी के लेचुरा थाना क्षेत्र के इत्याल गांव निवासी घनश्याम (25) बस का क्लीनर है। बताया जा रहा है कि मऊरानीपुर में बच्चों को ले जा रही बस अनियंत्रित होकर पलट गई, इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल घनश्याम को इलाज के लिए झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। यहां संवेदनहीन डॉक्टरों ने उसका बांया पैर काट दिया। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की लापरवाही ने घनश्याम का का कटा पैर उसी के सिर के सिरहाने लगा दिया। लापरवाह डॉक्टरों ने पैर काटने के बाद घायल के सिर के नीचे तकिया बनाकर रख दिया।
इसकी तस्वीरें जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया। जब इस लापरवाही के बारे में मेडिकल कॉलेज झाँसी के सीएमएस डॉ. हरीश चंद्र आर्य को जानकारी हुई तो वह तुरंत मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी जा पहुंचे और घायलों के परिजनों से घायल के बारे में जानकारी ली। सीएमएस ने मामले में जांच के बाद लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है। झांसी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इन लापरवाह डॉक्टरों के कई किस्से सामने आ चुके हैं। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग की फजीहत हो चुकी है।