उत्तर प्रदेश में एक और घोटाले की खबर से हड़कंप मचा हुआ था. आरोप था कि पूर्व IAS अफसर और PCS अफसरों ने घोटाला किया. ये भी कहा जा रहा था कि अफसरों ने मिलकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया. अब इन आरोपों की पुष्टि होती नजर आ रही है.
मेरठ कमिश्नर ने सीबीआई जांच की सिफारिश की:
मेरठ एक्सप्रेस-वे घोटाले में 2 IAS फंसते नजर आ रहे हैं.
गाजियाबाद के 2 पूर्व डीएम घोटाले में फंसते नजर आ रहे हैं.
एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण में घोटाला सामने आया है.
आरोप है कि अधिग्रहण के नाम पर दोनों डीएम ने घपला किया
इसमें तत्कालीन एडीएम, अमीन और लेखपाल भी फंसे हैं.
इस घोटाले की जाँच के लिए कमिश्नर ने सीबीआई जांच की सिफारिश की
तत्कालीन डीएम विमल शर्मा सवालों के घेरे में हैं.
वहीँ अफसरों को पता था किधर से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
मुआवजे की करीब 28 करोड़ की रकम में गोलमाल की बात निकल कर आई है.
गाजियाबाद डीएम और मेरठ कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
भूमि अधिग्रहण के मुआवजे में हुआ करोड़ों का घोटाला:
- पूरा मामला दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण का बताया जा रहा है.
- आईएएस अफसर ने नोटिफिकेशन के बाद जमीन परिजनों के नाम करा दी.
- जबकि इसे खरीद कर सरकार को 7 गुना रेट पर बेचा गया.
- रिटायर्ड IAS अफसर रनवीर सिंह का परिवार मालामाल हो गया.
- बेटे दीपक,बहु दिव्या को दिया 14.70 करोड़ का मुआवजा भी मिल गया.
- वहीँ तत्कालीन एडीएम भू-अर्जन घनश्याम सिंह पर धन का दुरुपयोग करने का आरोप भी है.
- आरोप है कि बेटे के नाम जमीन खरीद के 5.82 करोड़ का मुआवजा उठाया.
अमीन संतोष कुमार ने पत्नी के नाम भी ख़रीदी प्रॉपर्टी:
- वहीँ इलाके के अमीन संतोष कुमार ने पत्नी के नाम भी ख़रीदी प्रॉपर्टी
- पूर्व आईएएस संतोष कुमार के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं.
- पूर्व डीएम की अध्यक्षता में इस मामले की जाँच हुई है.
- गठित जांच कमेटी ने मेरठ कमिश्नर को जांच रिपोर्ट भेजी है.
- गाजियाबाद में तैनात रहे 2 पूर्व डीएम ने पूरे मामले को दबाने की कोशिश की.
- दोनों पूर्व डीएम ने जांच रिपोर्ट को दबाए रखा था.
- कमेटी की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है.
- इसमें 150 से 200 करोड़ का राजस्व का नुकसान हुआ.
- अब ये कहा जा रहा है कि फंड के दुरुपयोग की एसआईटी से जांच कराई जाए.
- कई अफसरों पर मुकदमे की कार्रवाई हो सकती हैं
- कई बिल्डर, एजुकेशनल सोसाइटी खेल में शामिल हैं.
- प्रॉपर्टी डीलर और कुछ किसान भी इस खेल में शामिल हैं.