यूपी पुलिस में रिश्वतखोरी का एक और उदाहरण आज मेरठ में देखने को मिला है. मेरठ पुलिस की खाकी आज एक महिला दारोगा के कलंक से काली हो गयी। कोतवाली थाने में तैनात महिला दारोगा ने केस से संगीन धाराऐं हटाने का सौदा एक लाख रूपये में किया। वहीँ एंटी-करप्शन टीम ने शिकायतकर्ता से 20 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए दरोगा को रंगेहाथ पकड़ लिया महिला दारोगा को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर लिया गया है.
#मेरठ: एंटी करप्शन की टीम ने महिला दरोगा अमृता सिंह यादव को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार।@meerutpolice @Uppolice pic.twitter.com/5b3SXhtnqY
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 13, 2017
20 हजार रिश्वत लेते महिला दारोगा गिरफ्तार:
- मेरठ के बुढ़ाना गेट चौकी में तैनात महिला दारोगा अमृता सिंह को एंटी-करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया.
- अमृतासिंह को जब गिरफ्तार किया गया तो उनके हाथों में कैमीकल गे हुए 20 हजार रूपये के नोट थे.
- नोट देने वाला शिकायतकर्ता समीर भी सामने था.
- समीर की पत्नी से उसका घरेलू विवाद चल रहा था.
- उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ जो मुकदमा दर्ज कराया था.
- समीर पर अप्राकृतिक यौन संबध बनाने की धारा 377 लगाई गयी थी.
- केस की जॉच कर रही अमृतासिंह ने धारा हटाने के लिए समीर से एक लाख रूपये की मांग की थी.
- धारा 377 की वजह से समीर की गिरफ्तारी तय थी.
- फर्जी तौर पर लगाई गयी धारा 377 हटाने के लिए सब-इंस्पैक्टर अमृता सिंह ने समीर से एक लाख रूपये का सौदा तय किया.
- समीर ने अमृतासिंह को विश्वास में लेकर इसकी शिकायत एंटी करप्शन विंग से कर दी थी.
- एंटी करप्शन टीम ने अमृतासिंह को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.