पूरे देश में एससी-एसटी एक्ट में हुए बदलाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलितों ने भारत बंद का आह्वान कर सोमवार को यूपी के कई जगहों हिंसक रूप से प्रदर्शन किया था। यूपी के लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, सहारनपुर, हापुड़, आजमगढ़, कानपुर, इलाहाबाद, शाहजहांपुर, बरेली, गाजियाबाद और आगरा समेत लगभग सभी जिलों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था। कई जिलों में सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी।
मेरठ जिला के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शोभापुर में उग्र प्रदर्शनकारियों ने पर पुलिस ने पुलिस और पत्रकारों पर पथराव कर उन्हें पीट दिया था। मेरठ कचहरी में हँगामा करने के बाद प्रदर्शन करते हुए उपद्रवी अंदर घुस गए यहां उन्होंने तोड़फोड़ की। इस दौरान कई राउंड फायरिंग हुई थी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुँचकर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया था। हंगामे के दौरान एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी।
मेरठ को सुलगाने वाले चार उपद्रवियों को मेरठ पुलिस ने चिन्हित कर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। पुलिस का कहना है कि मेरठ में हुई हिंसा के मुख्यरूप से गुनहगार यही हैं। मेरठ को सुलगाने वाले जिन चार युवकों की पहचान हुई है उनमें अर्जुन, गोपी पारिया, विकास के अलावा शोभापुर गांव का बसपा पार्षद अमित राव भी है। पुलिस ने इन आरोपियों के फ़ोटो नाम के साथ जारी कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।