उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में ध्वस्त कानून-व्यवस्था और अवैध खनन एक बड़ी समस्या बन चुका है, इसका एक प्रमाण शुक्रवार 14 जुलाई को प्रदेश के इटावा जिले में देखने को मिला। जहाँ खनन माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर हमला(mining mafia) कर दिया है।
3 वन विभागकर्मी घायल(mining mafia):
- प्रदेश में अवैध खनन और खनन माफिया कानून-व्यवस्था के लिए नासूर बनते जा रहे हैं।
- जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण शुक्रवार को देखने को मिला।
- जिसके तहत सूबे के इटावा जिले में खनन माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया है।
- इस दौरान खनन माफियाओं ने वन विभागकर्मियों के साथ मारपीट की।
- मारपीट के बाद खनन माफिया विभाग की टीम के हथियार भी छीनकर फरार हो गए।
- खनन माफियाओं के हमले में 3 वन विभागकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
- जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- यह घटना पछायेंगाँव क्षेत्र के बहादुरपुर के पास चम्बल नदी की है।
सरकार ने अवैध खनन के लिए बनाये हैं नए नियम(mining mafia):
- राज्य की योगी सरकार अवैध खनन को लेकर पहले दिन से गंभीर है।
- योगी सरकार अपनी कैबिनेट बैठक में नई खनन नियमावली को भी मंजूरी दे चुकी है।
- वहीँ सरकार ने अवैध खनन को लेकर सजा के नियम और भी कड़े कर दिए हैं।
नई नियमावली(mining mafia):
- योगी सरकार ने छठी कैबिनेट मीटिंग में अवैध खनन को रोकने के लिए नियमावली बनायी थी।
- जिसके तहत खनन माइनिंग प्लान बनाने की योग्यता तय की गयी है।
- अब माइनिंग इंजीनियरिंग डिग्री धारक भी पात्र होंगे।
- इसके अलावा भू-तत्व विषय के परास्नातक भी खनन माइनिंग प्लान बनायेंगे।
- जिसके लिए सरकार ने डिग्री के साथ ही 5 साल का अनुभव भी अनिवार्य किया है।
- इससे पहले भारतीय खान ब्यूरो से मान्यता प्राप्त संसथान माइनिंग की योजना बनाते थे।
- इसके साथ ही योगी सरकार ने अवैध खनन के लिए मिलने वाली सजा में 20 गुना बढ़ोत्तरी कर दी है।
- जिसके तहत 25 हजार के जुर्माने को बढ़ाकर 5 लाख किया गया है।
- इसके साथ ही 6 महीने की सजा को भी बढ़ाकर 6 साल कर दिया गया है।
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