अखिलेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश सरकार के खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को बर्खास्त कर दिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाईक को भी पत्र भेज दिया है। गायत्री प्रजापति प्रदेश में कोयला व खनन मंत्री हैं और उनपर कई भ्रष्टाचार के आरोप लगते आएं हैं। ऐसे में अपनी सरकार की छवि को बेहतर बनाने के लिए अखिलेश यादव ने यह अहम फैसला लिया है। गायत्री प्रजापति को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का करीबी भी माना जाता है।
- अमेठी से विधायक खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज पद से बर्खास्त कर दिया है।
- मालूम हो गायत्री प्रसाद प्रजापति कैबिनेट मंत्री के रूप में भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्रालय संभाल रहे थे।
- गायत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाईक को पत्र भेज दिया है।
हाई कोर्ट से यूपी सरकार को झटका, अवैध खनन मामले में सीबीआई जांच के आदेश!
- आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी की छवि को सुधारने में लगे ने मुख्यमंत्री सोमवार अंतत स्वीकार कर लिया कि उनकें मंत्री गायत्री प्रजापति अवैध खनन के कारोबार में पूरी तरह लिप्त है ।
- अवैध खनन को प्रोत्साहन देने के आरोप से चर्चा में रहे यूपी के खनन मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया।
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सीबीआई कर रही है अवैध खनन की जांचः
- बीते दिनों सूबे में अवैध खनन को ले कर हाई कोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई की जांच शुरू हो गयी है।
- इसके बाद सीबीआई की टीमें प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय हो गयी हैं।
- सीबीआई जांच के दबाव में और पार्टी की क्षवि सुधारने के क्रम में अखिलेश यादव को कड़ा फैसला करना पड़ा।
- कोर्ट ने खनन मामले में सीबीआई जांच की मांग रोकने की यूपी सरकार की अपील को ख़ारिज कर दिया था।
- कोर्ट ने ये भी कहा था कि, सरकारी अफसरों की मिलीभगत के बिना अवैध खनन मुमकिन ही नहीं है।
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