प्रदेश सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा अपने शादी प्रमाण पत्र लेने जिला प्रशासन के पास पहुंचे। इस दौरान आज मंत्री मोहसिन रजा जिला प्रशासन से प्रमाण पत्र प्राप्त किये। बीते सालों 3 अगस्त 2017 को मोहसिन रजा ने पत्नी साथ कराया रजिस्ट्रेशन कराया था।.
एक अगस्त को अगस्त को योगी सरकार ने राज्य में सभी धर्मों और जाति के लिए शादी का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया। ये रजिस्ट्रेशन उन लोगों के लिए जरुरी माना गया, जिनकी शादी इस नियम से पहले की होगी।
इसके तहत 3 अगस्त को योगी सरकार में राज्यमंत्री मोहसिन रजा पत्नी फौजिया सरवर फातिमा के साथ रजिस्ट्रेशन कराने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। 50 रुपए का फॉर्म भरकर अपर नगर मजिस्ट्रेट ट्रांसगोमती को सौंपा।
मंत्री का कहना था, ”इनकी शादी 4 सितंबर 2001 को हुई थी। अब करीब 16 साल बाद यह रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे थे.। इस मौके पर उनके साथ हसिन रजा के साथ पिता हैदर रविक, उनकी मां शाहिद बेगम, ससुर जमाल हामिद भी मौजूद थे।
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रजिस्ट्रेशन के लिए इन डिटेल्स को करना होता है फॉलो
वेबसाइट igrsup.gov.in पर विज़िट करें। नागरिक ऑनलाइन सेवाओं के सेगमेंट में विवाह पंजीकरण का विकल्प मिलेगा।
इसमें अगर पति और पत्नी दोनों के पास आधार हैं तो वे चंद स्टेप पूरे कर रजिस्ट्रेशन घर बैठे करवा सकते हैं।
विवाह के लिए आधार नंबर जरूरी होगा। पंजीकरण में आधार का वेरीफिकेशन किया जाएगा। इसके मुस्लिम समाज के लोगों को निकाहनामा भी जमा करना होगा।
थाने का वेरिफिकेशन होना जरूरी
फॉर्म मैरिज रजिस्ट्रेशन फॉर्म कलेक्ट्रेट में जमा किया जाता हैं। फॉर्म जमा करते समय हसबैंड-वाइफ का मौजूद होना अनिवार्य हैं।
फॉर्म जमा होने के बाद स्थानीय थाने से पते का वेरीफिकेशन होना जरूरी हैं।
यहां ये भी बता दें कि प्रदेश सरकार ने राज्य में होने वाले विवाहों का पंजीकरण अनिवार्य करने के एक प्रस्ताव को को मंजूरी दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया था। बैठक के बाद राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि मंत्रिपरिषद ने ‘उत्तर प्रदेश विवाह पंजीकरण नियमावली 2017’ को लागू करने का प्रस्ताव मंजूर किया था।.