समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग पर पूरी तरह प्रतिबंध है फिर भी लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश दे रखे हैं कि किसी भी समारोह में हर्ष फायरिंग नहीं की जायेगी फिर भी पुलिस इस पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है। हालांकि हर्ष फायरिंग होने के लिए थाना क्षेत्र के एसओ को जिम्मेदार बनाया गया हैं वहीं आरोपी के साथ जिसके घर में फायरिंग हो उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने का कानून बनाया गया हैं। परंतु पुलिस फिर भी इन घटनाओं को नहीं रोक पा रही। यही वजह कि इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं।
नशे में धुत होकर देशी तमंचे से कर रहा था फायरिंग
ताजा मामला हरदोई जिला के बेहटागोकुल थाना क्षेत्र का है। यहां गुरुवार को हुमायूपुर गांव में इंद्रपाल के घर बारात आयी थी। ग्रामीणों के मुताबिक, शादी समारोह में द्वारचार के वक्त लोग हर्ष फायरिंग कर रहे थे। इस दौरान नशे में धुत होकर देशी तमंचे से फायरिंग कर रहे रामू की गोली एक बच्ची को जा लगी। इस घटना से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बच्ची को घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
हरपालपुर में भी वृद्ध को लग चुकी गोली
21 जून 2017 को हरदोई जिला के हरपालपुर थाना क्षेत्र के नगरा चौधरपुर में रात एक तिलक समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग में गोली लगने से एक वृद्ध दूल्हे के चाचा शिवरतन (70) गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल से लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था।
23 मई 2017 को हरपालपुर थाना के भटौली धर्म पुर निवासी कुलदीप (21) को तिलक समारोह था। बिलग्राम कोतवाली के जरौली नेवादा से लोग तिलक चढ़ाने के लिए आए थे। तिलक चढ़ने के बाद सभी लोग बैठ कर शादी की तैयारियों की बात कर रहे थे। इसी बीच गांव का युवक कल्लू हाथ में तमंचा लेकर हर्ष फायरिंग करने लगा था और दूल्हे को गोली लग गई थी।
करहल थाना क्षेत्र के गांव महालरपुर में तिलक समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग से एक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत होते ही तिलक की खुशियां मातम में बदल गई। घटना की जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता की तहरीर पर चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
07 फरवरी 2018 को मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र के ग्राम महालरपुर निवासी मेघ सिंह के पौत्र का तिलक समारोह में रात 12 बजे के करीब अचानक हर्ष फायरिंग होने लगी। फायरिंग के दौरान गांव के ही एक युवक इंद्रपाल पुत्र पातीराम को गोली लगी और वह गिर पड़ा। उसे आस-पास के चिकित्सकों के पास ले जाया गया। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।