उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार जाने के बाद भाजपा ने सत्ता में वापसी की है। इसके साथ ही अखिलेश सरकार की कई योजनाओं को बंद करने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी क्रम में अखिलेश सरकार की एक और योजना एजुकेशन हब को योगी सरकार ने बंद करने का फैसला किया है।
अल्पसंख्यकों की योजना होगी बंद :
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यकों के लिए अखिलेश सरकार में कई योजनायें शुरू की गयी थी। इनमें से अल्पसंख्यकों की एजुकेशन हब योजना भी शुरू किया गया था। मगर अखिलेश सरकार में शुरू अल्पसंख्यकों की एजुकेशन हब योजना पर योगी सरकार ब्रेक लगाने जा रही है।
पहले चरण में लड़खड़ाई योजना :
पूर्व सीएम अखिलेश यादव की सरकार में अल्पसंख्यकों के लिए एजुकेशन हब योजना को शुरू किया गया था। मगर ये योजना शुरू होने के पहले चरण में फ्लॉप हो गयी। योजना में चयनित 20 में 7 जिलों में इंटर कॉलेज के लिए जमीन नहीं मिले तो 3 जिलों में सिर्फ 1 कॉलेज का निर्माण शुरू हो सका है। यही कारण है कि सरकार ने इसे बंद करने का फैसला किया है।
साल 2014 में योजना हुई थी शुरू :
तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने सरकार साल 2014 को अल्पसंख्यक आबादी वाले जिलों के लिए ये योजना शुरू की थी। इस योजना के पहले चरण में 20 जिले चयनित किये गये थे। हर जिले में दो-दो मॉडल इंटर कॉलेजों का निर्माण कराया जाना था
भारी-भरकम था बजट :
योजना के तहत हर कॉलेज के निर्माण के लिए 3.02 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था। दो कॉलेजों में एक बालक व दूसरा बालिका के लिए बनाया जाना था। मगर ज्यादातर जिलों में इसके लिए मुफ्त जमीन ही नहीं मिल सकी।
जहाँ कार्य शुरू, वहां बनेगे कॉलेज :
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कहा है कि जहाँ पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, वहां पर उस निर्माण कार्य को पूरा कराया जायेगा। इसका मतलब 13 जिलों में 23 इंटर कॉलेज बनना शुरू हो गए हैं उन्हें सरकार पूरा कराएगी।