मिर्जापुर में शराब और भांग की दुकानों की ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया [ Mirzapur Liquor Lottery ] में इस बार महिलाओं ने बड़ी जीत दर्ज की। कुल 338 दुकानों के लिए 7159 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 70 प्रतिशत दुकानों का आवंटन महिलाओं को हुआ

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ आवंटन

लॉटरी प्रक्रिया नोडल अधिकारी पिंकी जोवेल, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा की मौजूदगी में संपन्न हुई। जिला आबकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र पांडेय ने बताया कि लाइसेंस शुल्क से 36 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा

सबसे अधिक आवेदन और महंगी दुकानें [ Mirzapur Liquor Lottery ]

  • कंपोजिट दुकानों में अहरौरा बाईपास के लिए सबसे अधिक 159 आवेदन आए, और यह दुकान शंकरलाल को मिली
  • चुनार बाजार की दुकान 47 लाख रुपये की लाइसेंस फीस के साथ सबसे महंगी रही, जिसका आवंटन घनश्याम दीक्षित के नाम हुआ
  • देशी शराब की दुकानों में अहरौरा बाईपास की दुकान के लिए 128 आवेदन आए, और यह कृतिका को आवंटित हुई
  • शुक्लहा की दुकान 44 लाख रुपये की लाइसेंस फीस के साथ सबसे महंगी रही, जो शिवराम पांडेय को मिली

राजस्व का ब्योरा [ Mirzapur Liquor Lottery ]

  • आवेदन शुल्क से 30 करोड़ रुपये की आय हुई
  • कंपोजिट की 86 दुकानों से 12 करोड़ रुपये,
  • देशी शराब की 197 दुकानों से 23 करोड़ रुपये,
  • भांग की 55 दुकानों से 55 लाख रुपये का राजस्व मिलेगा।
श्रेणीदुकानों की संख्याप्राप्त राजस्व (₹ करोड़)
कंपोजिट दुकानें8612
देशी शराब दुकानें19723
भांग दुकानें550.55
कुल33835.55

लाइसेंस शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि

विजेताओं को 12 मार्च तक लाइसेंस फीस जमा करनी होगी। निर्धारित समय पर शुल्क जमा न करने पर दुकान की पुनः लॉटरी निकाली जाएगी

अस्वीकरण:

इस पृष्ठ पर ई-लॉटरी  से संबंधित दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों, जिनमें https://exciseelotteryup.upsdc.gov.in/ शामिल है, से प्राप्त की गई है।  उत्तर प्रदेश में  “ई-लॉटरी  पोर्टल  “ ई-लॉटरी से संबंधित डेटा का आधिकारिक स्रोत है और यहां प्रस्तुत सामग्री उनके आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित है। यह डेटा इस लेख के प्रकाशन की तारीख तक संकलित किया गया है।

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