यूपी में स्कूली बच्चों को लाने और ले (school vehicle catches fire) जाने वाले वाहन लगता है अब एक दम सुरक्षित नहीं बचे हैं। शायद इसीलिए आये दिन हादसे हो रहे हैं। मंगलवार को हरदोई जिले के बिलग्राम थाना क्षेत्र में एक स्कूली वैन में विस्फोट होने से वैन के परखच्चे उड़ गए थे।
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- इस मामले को अभी एक दिन ही बीता था कि मिर्जापुर जिले के पंडरी थाना क्षेत्र के हुरूवा गांव में एक स्कूल वाहन में अचानक आग लग गई।
- आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया और धू-धूकर जलने लगा।
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- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जी समय ये घटना हुई उस समय वाहन चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई।
- गनीमत रही कि वाहन में जिस समय ये दुर्घटना हुई उस समय कोई बच्चा नहीं बैठा था।
- अन्यथा ये घटना भयावह हो सकती थी।
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- घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल के वाहन ने आग को बुझाया लेकिन तब तक वाहन जलकर नष्ट हो चुका था।
- आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
- पुलिस पूरे मामले की (school vehicle catches fire) पड़ताल कर रही है।
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हादसे के वक्त वैन में सवार थे एक दर्जन बच्चे
- जानकारी के मुताबिक, देहात कोतवाली के मिश्र लहौली ग्राम स्थित ब्राइट डेजी स्कूल का वाहन आज स्कूल के लिए बच्चों को लेने गया था।
- पड़री थाना क्षेत्र के देवरी ग्राम से 8 बच्चों को लेकर निकल रही Tata मैजिक में शॉर्ट सर्किट के बाद अचानक आग लग गई।
- ग्रामीणों की मदद से किसी तरह गाड़ी में सवार लगभग एक दर्जन बच्चों को गाड़ी से बाहर निकाला गया।
- बच्चों के निकाले जाने के बाद गाड़ी धीरे-धीरे अपने आप चलती रही।
- आग के गोले में तब्दील होकर कुछ दूर जा कर रुक गई।
- गाड़ी के रुकने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही फायर विभाग को भी सूचना दी।
- आग से जलती गाड़ी के पास किसी को जाने की हिम्मत नहीं पड़ी।
- फायर ब्रिगेड के पहुंचने के बाद एक घंटे की मशक्कत की मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया।
- ग्रामीणों का कहना है कि अगर थोड़ी सी देर होती तो एक बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी।
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खौफनाक मंजर को नहीं भूल पा रहे ग्रामीण
- प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण ओमकार ने बताया कि मौत के मुंह से बचकर निकलने वाले छात्र अभी भी इस मंजर को नहीं भूले है।
- स्कूल के गाड़ी में सवार छात्र स्वस्तिक ने बताया कि केवल ड्राइवर ही रहता है, आग बुझाने का कोई उपकरण नहीं रहता है।
- स्कूल चलाकर कमाई करने वाले स्कूल प्रबंधन भी कोर्ट के नियमो की अनदेखी करता आ रहा है।
- स्कूल वाहन में ड्राइवर के साथ एक अटेंडेंट का होना जरूरी है पर रख नहीं गया।
- स्कूल के प्रिंसिपल के के पांडेय भी स्वीकार करते है कि आग बुझाने का भी कोई उपकरण गाड़ी में नहीं था।
- बीएसए प्रवीण तिवारी ने कहा कि यह तो संयोग ही था कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
- बता दें कि मानको की अनदेखी करने वाले स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का राग अलापने वाले बेसिक शिक्षा विभाग भी जांच की (school vehicle catches fire) बात कह अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेता है।
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