भाजपा ने सभी जिलाधिकारियों से कार्यकर्ताओं की एक सूची मांगी है. इस सूची में पार्टी ने कुछ अनिवार्यताओं को पूरा करने वालें कार्यकर्ताओं का नाम माँगा है.
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश बेहद अहम है. यही कारणहै कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व लगातार यूपी में भाजपा की पैठ बनाये रखने के लिए काम कर रहा है. जहाँ एक ओर पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एक महीने में कई बार यूपी के जिलों में दौरे कर रहे हैं वहीं भाजपा युवा मोर्चा दल और अन्य दलों के आधार पर संगठन मजबूत करने में लगी है.
इसी कड़ी में अब भाजपा को ऐसे कार्यकर्ताओं की तलाश है जो जनता के बीच जा कर भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान करे. इतना ही नहीं ये कार्यकर्ता जनता से पार्टी का फीडबैक भी ले सकें.
जिलाअध्यक्षों से मांगी गयी है श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं की सूची:
प्रदेश बीजेपी ने सभी जिलों के भाजपा जिलाध्यक्षों से श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं की लिस्ट मांगी है. इन कार्यकर्ताओं के लिए जो योग्यता निर्धारित की गयी है, उसके आधार पर उन्हें स्मार्ट फोन चलाना आता हो. इसके अलावा उन्हें बाइक भी चलानी आती हो.
ऐसे स्मार्ट कार्यकर्ता भाजपा की उपलब्धियां जनता तक पहुंचाएंगे. दरअसल, भाजपा ने अपने जिलाध्यक्षों से 15 सवाल पूछे हैं. उसके तहत यह जानकारी मांगी गई है कि बूथ पर स्मार्टफोन वाले कार्यकर्ताओं की सूची बनी है कि नहीं? अगर बनी है तो इसकी संख्या कितनी है? कितने मंडलों पर मोटरसाइकिल वाले कार्यकर्ताओं की सूची बन गई है?
15 सावलों वाले इस पत्र में स्मार्ट कार्यकर्ताओं की तलाश बेहद खास है, लेकिन इसके पीछे का मकसद क्या है? प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि जब जमाना डिजिटल हो रहा है तो कार्यकर्ताओं को भी स्मार्ट होने चाहिए.
उन्होंने कहा कि स्मार्ट फोन और बाइक की मदद से कार्यकर्ता आम जानता के बीचे आसानी से पहुंच बना सकेंगे. पार्टी के कार्यकर्ता भी मानते है कि जमाना सोशल मीडिया का है. ऐसे में समार्ट फोन जरुरी है.
क्या काम होगा कार्यकर्ताओं का :
बता दें कि बीजेपी ऐसे कार्यकर्ताओं के सहारे जनता के बीच मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाएगी. साथ ही जनता के फीडबैक से पार्टी को अवगत कराएगी.
जल्द ही हाथों में स्मार्ट मोबाइल फोन और बाइक पर सवार बीजेपी के कार्यकर्ता जनता के बीच होंगे. ये कार्यकर्ता जनता से मिलेंगे और अपनी सरकार की योजनाओं के बारें में बताएंगे. उनका फीडबैक लेंगे और फिर इससे पार्टी को अवगत कराएंगे.
ये सबकुछ होगा उसी स्मार्ट मोबाइल फोन के जरीए, जिसकी अनिवार्यता पार्टी ने तय की है. दरअसल, बीजेपी के सभी जिलाध्यक्षों से जो रिपोर्ट पार्टी ने मांगी है, उसमें इस बात का जिक्र भी है.
स्मार्ट फोन होना अनिवार्य:
मंडल अध्यक्ष विजय जायसवाल के मुताबिक कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर होने वाले वार में तभी शामिल हो पाएंगे जब इनके हाथों में भी स्मार्ट फोन होगा. हालांकी, इसके पीछे एक वजह यह भी है कि पार्टी चाहती है कि हर कार्यकर्ता के स्मार्ट फोन में नमों एप इंस्टाल हो.
जिससे सरकार की योजनाओं के बार में कार्यकर्ता खुद भी जान पाए और जनता को भी बता सकें. इतना ही नहीं बाइक पर सवार बीजेपी के कार्यकर्ता छोटी रैलियों में पार्टी के झंडे को बाइक पर लगाकर माहौल बनाने का काम करेंगे.