गाजीपुर में आज भाई बहन के रिश्ते को लेकर एक चौकाने वाला मामला सामने आया जब पुलिस ने 2 आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया. पुलिस ने बताया कि शराब के नशे में मृतक मिट्ठू पासवान अपनी ही बहन की अस्मत से खेलना चाहा तो बहन की आवाज़ सुन दूसरे भाई ने पहले तो उसे समझाया और फिर नहीं मानने पर उसकी हत्या कर अपने मित्र की सहायता से उसके शव को पास के आलू के खेत मे फेक दिया था.
पुलिस ने किया हत्या का खुलासा:
दुल्लहपुर थाने के जलालाबाद के युवक मंटू पासवान (26) की मौत की गुत्थी सुलझ गई है. यह कत्ल का मामला है और कातिल कोई और नहीं बल्कि उसका सगा छोटा भाई सुनील पासवान निकला. 1 जनवरी की सुबह गांव के ही अंबेडकर चौक के पास आलू के खेत में मिट्ठू पासवान की लाश मिली थी. पुलिस कप्तान नगर प्रदीप कुमार ने बुधवार की दोपहर सुनील तथा हत्या में शामिल नंदलाल बांसफोर को पुलिस ऑफिस में मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया कि मंटू पासवान नशे में रात के पहर अपनी सही बहन को छेड़ने लगा. बहन की चित्कार पर सुनील मौके पर पहुंचा और मिट्ठू के ही साल से उसका गला घोंट दिया. उसके बाद गांव के साथी नंदलाल के सहयोग से लाश आलू के खेत में फेंक दिया. उसके बाद सुबह उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की.
पुलिस को पहले से ही था शक
वह भाई की मौत के मामले में तहरीर देने में भी हिलाहवाली करने लगा था. तब पुलिस को उस पर शक हुआ. उसी क्रम में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस को मिली. उसमें मौत की वजह गला घोंटना बताया गया. तब पुलिस सुनील को पहला संदिग्ध मान कर पूछताछ शुरू की. आखिर में वह टूट गया और पूरा कहानी उगल दिया. सुनील ने बताया कि मिट्ठू शुरू से ही नशेड़ी तथा मनबढ़ था. इन हरकतों से आजिज आकर आठ साल पहले उसकी पत्नी भी उसे छोड़ कर अपने मायके चली गई थी, बावजूद उसमें कोई सुधार नहीं हुआ. नशे की पूर्ति के लिए वह घर में भी चोरी करता था. पूरा परिवार उससे तंग आ चुका था. सुनील ने बताया कि उसकी नीयत अपनी ही बहन पर खराब थी. पहले भी वह उससे छेड़छाड़ कर चुका था.
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