उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पिछले वर्षों हुई सीओ जियाउल हक हत्याकांड के चौथे आरोपित योगेन्द्र यादव हुई संदिग्ध हालात में मौत के मामले में पुलिस ने शनिवार को निर्दलीय विधायक राजा भैया समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज किया।
- मृतक योगेन्द्र के चाचा सुधीर यादव की तहरीर के आधार पर ऊंचाहार कोतवाली में मंत्री के खिलाफ साजिश के तहत सड़क हादसे में योगेन्द्र की हत्या का आरोप लगाया जाने के बाद पुलिस ने विधायक समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया।
- परिजनों के अनुसार बीती देर रात योगेन्द्र का शव उसके गांव पहुंचा।
- परिवारवालों का कहना है कि मंत्री कि आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद अंतिम संस्कार किया जायेगा।
- वहीं पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच शुरू की जाएगी।
यह है पूरा मामला
- बता दें कि 2 मार्च, 2013 को वलीपुर में बवाल के दौरान वहां तैनात सीओ जियाउल हक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
- इस मामले में प्रधान नन्हे यादव की भी हत्या हुई थी।
- सीओ की हत्या में सीबीआई ने अप्रैल, 2013 में नन्हे के बेटे योगेन्द्र यादव को गिरफ्तार किया था।
- सीबीआई के अनुसार योगेन्द्र ने ही पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सीओ जियाउल को गोली मार दी थी।
- इस घटना के बाद प्रतापगढ़ के हथिगवां के वलीपुर निवासी योगेन्द्र यादव उर्फ बबलू यादव का शव ऊंचाहार के अरखा गांव के पास मिला था।
- योगेन्द्र को पीछे से ट्रक ने टक्कर मार दी थी।
- इससे उसकी मृत्यु हो गई थी।
- मृतक के चाचा सुधीर का आरोप है कि विधायक राजा भैया, एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह, नन्हे सिंह, संजय प्रताप सिंह और अजय सिंह ने साजिश के तहत उनके भतीजे की हत्या कर उसे सड़क हादसे का रूप दे दिया है।
- पुलिस ने उनकी तहरीर के आधार पर ऊंचाहार पुलिस ने बलवा, हत्या, हत्या की साजिश व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज दर्ज किया है।
- सुधीर के अनुसार इससे पहले भी राजा भैया ने उसके दोनों बड़े भाइयों नन्हे व सुरेश यादव की भी हत्या करवा दी थी।
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