यूपी की राजधानी लखनऊ में राजनीतिक पार्टी के तौर पर पहली बार कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ अपनी ताकत दिखाने के लिए रैली कर रहे हैं। वैसे तो मौका उनके सियासी सफर के 25 साल पूरे होने का है लेकिन शुक्रवार को लखनऊ के रमाबाई मैदान में उनकी पहली राजनीतिक रैली में वह अपनी नई पार्टी के नाम की औपचारिक घोषणा भी कर सकते हैं। उन्होंने पार्टी का नाम ‘जनसत्ता पार्टी ‘ रखा है।
राजा भैया और उनके समर्थकों की इस कवायद को उन्हें उत्तर भारत में बतौर क्षत्रीय नेता स्थापित करने से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि रैली के जरिए वह अपना सियासी कद दिखाएंगे। हाल के दिनों में उन्होंने sc/st एक्ट के चलते सवर्णों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया था।
एक लाख से ज्यादा समर्थकों के जुटने की संभावना :
बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पिछले 25 वर्षों से कुंडा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर यूपी विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। रैली आयोजकों का दावा है कि करीब एक लाख समर्थक जुटेंगे। रैली में राजा भैया हेलीकाप्टर से उतरेंगे।
निर्दलीय होकर भी सत्ता में रहे :
2009 में बसपा सरकार से छत्तीस का आंकड़ा होने और 18 महीने जेल में रहने के बाद भी सीधे तौर पर किसी राजनीतिक दल में न तो शामिल हुए और न ही अपनी पार्टी खड़ी की। 2004 और 2013 में समाजवादी पार्टी की मुलायम यादव और अखिलेश यादव सरकार में मंत्री बने लेकिन निर्दलीय अस्तित्व बनाए रखा। भारतीय जनता पार्टी की कल्याण सिंह सरकार में भी शामिल रहे हैं।
लेकिन 2002 में भाजपा के समर्थन से बनी बसपा सरकार में वह शामिल नहीं हुए। इस तरह तकरीबन 25 वर्ष से वह निर्दलीय विधायक के तौर पर ही राजनीति करते आये हैं। हालांकि सत्ता के गलियारों में उनकी धमक हमेशा महसूस की गई हैं।
बाराबंकी से निकला समर्थकों का हुजूम :
कुंडा से निर्दलीय विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया की रमाबाई मैदान में पहली रैली का आयोजन होने पर बाराबंकी जनपद से हजारों की संख्या में समर्थकों का हुजूम निकला जिसमें वीर सिंह की अगुवाई में एवं जीतेंद्र प्रताप सिंह सोनू प्रधान के निवेदन से हजारों की संख्या में बाराबंकी जनपद की सभी विधानसभा से हजारों की संख्या में लोग रजत जयंती समारोह के कार्यक्रम में पहुंचे हैं।