राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित यूपी प्रेस क्लब में सोमवार को महोली, सीतापुर निवासी भाजपा कार्यकर्ता कौशल दीक्षित ने प्रेसवार्ता करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायक शशांक त्रिवेदी पर उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देने का संगीन आरोप लगाया। पीड़ित ने पुलिस पर विधायक से मिलीभगत का आरोप लगाया है। लगातार मिल रही धमकियों से तंग आकर पीड़ित ने मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
उत्तर प्रदेश में 145-सीतापुर विधानसभा के मौजूदा बीजेपी विधायक शशांक त्रिवेदी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि मैं 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सम्भावित प्रत्याशी था लेकिन अंत में टिकट शशांक त्रिवेदी को मिला जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार कर लिया था। लेकिन शशांक त्रिवेदी ना जाने क्यों मुझसे रंजिश मानते हैं और मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। एक स्कूल के मामले की जानकारी देते हुए कहा कि एप्पल ग्लोबल स्कूल में एक मिलने वाले अभिभावक की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन से बात करने गए ये बात विधायक शशांक त्रिवेदी को अखर गई और विधायक के कहने पर महोली पुलिस मुझे उठा ले गई और रात भर थाने में रखने के बाद एक तरफा कार्रवाई करते हुए मुझे धारा 151 में जेल भेज दिया और शशांक त्रिवेदी के दबाव के कारण मैं चार दिनों तक जेल में रहा।
विधायक की दबंगई के चलते धारा 151 में केवल मेरे साथ दो और लोगों को जेल भेजा गया जो पूरी तरह असम्वैधानिक हैं। कौशल दीक्षित ने कहा कि विधायक शशांक त्रिवेदी के गुर्गे लगातार मेरे घर के इर्दगिर्द घूमते रहते हैं जिसके कारण मुझे अपनी जान जोखिम में नजर आ रही है। मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कौशल दीक्षित ने कहा कि सीतापुर पुलिस मेरे पक्ष में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और मैं जान जाने के भय से पिछले छ: महीने से घर में छुप कर रहा हूँ। महोली, सीतापुर आने की बात करते हुए कौशल ने कहा कि जब भी आ कर जिले का भ्रमण करके स्थिति की जानकारी ले सकते है कि मैं सदैव भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता रहा हूँ और विधायक शशांक त्रिवेदी के चुनाव में में मैने तन मन धन से सहयोग किया है।
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