उत्तर प्रदेश के बिजनौर में छेड़छाड़ से शुरू हुए बवाल ने सांप्रदायिक संघर्ष का भयावह रूप धारण कर लिया। इस बवाल में जमकर फायरिंग हुई जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और करीब दर्जनभर लोग घायल हो गए। इसके बाद गांव का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। हिंसा का केन्द्र रहे पेदा गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
- गांव में अस्थायी पुलिस चौकी बना दी गई है।
- शहर की बाजारों में लोगों की आवाजाही कम ही रही।
- लोगों ने शहर में शांति कायम रखने के लिए जुलूस भी निकाला।
- मारे गए तीनों लोगों के शवों को देर रात पोस्टमार्टम करने के बाद सुपुर्दे-खाक कर दिया गया।
- पुलिस ने नामजद 29 लोगों में छह को गिरफ्तार कर लिया है।
- प्रशासन ने जिले की इंटरनेट सेवा दो दिन के लिए ठप कर दी है।
- पेदा पहुंचे मंत्री मूलचंद चौहान का पीडि़त पक्ष ने घेराव किया।
सांसद-विधायक के पहुंचने पर पुलिस ने पांच महिलाओं को छोड़ाः
- भाजपा सांसद भारतेंद्र सिंह व नूरपुर से भाजपा विधायक लोकेन्द्र चौहान ने मामले में पुलिस कप्तान से मुलाकात की।
- भाजपा नेताओं ने कहा कि इस तिहरे हत्याकांड में निर्दोषों का उत्पीडऩ न किया जाए।
- दोनों नेताओं ने हिरासत में ली गई महिलाओं को छोडऩे और उन्हें सुरक्षा देने की मांग की।
- पुलिस ने सांसद और विधायक से मुलाकात के बाद हिरासत में ली गई पांच महिलाओं को छोड़ दिया।
- वहीं, जाट महासभा के अध्यक्ष शूरवीर सिंह ने पुलिस-प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया।
- शूरवीर सिंह ने कहा कि शुक्रवार को पेदा में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की गई।
- छेड़छाड़ का विरोध करने पर पथराव भी हुआ। जिसके बाद यह दुखद घटना हुई।
बिजनौरः छेड़छाड़ के बाद हुए बवाल में तीन की मौत!
भड़की थी सांप्रदायिकता की आगः
- बीते दिन पेंदा गाँव में हुई तीन हत्याओं के बाद इस बवाल ने सांप्रदायिक रूप ले लिया है।
- आपको बता दें कि यह मामला तब शुरू हुआ जब कुछ मनचलों ने मुस्लिम समुदाय की लड़कियों से छेड़छाड़ कर दी थी।
- इसके बाद लड़कियों के परिवार के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया था।
- जिसके चलते उन मनचलों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गयी थी साथ ही काफी लोग घायल हो गये थे।
- इस वारदात से गुस्साए लोगों ने हाई-वे जाम कर पुलिस के खिलाफ नारे-बाज़ी की थी।
- अब इस मामले में पुलिस हरकत में आई है साथ ही 27 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
- इसके साथ ही घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री अखिलेश हरकत में आये हैं।
- उन्होंने सूबे के गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा और एडीजी एलओ दलजीत सिंह चौधरी को बिजनौर भेज दिया है।
- साथ ही दोनों बड़े अधिकारियो को कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए हैं।