लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी दलों की जनता के घरों तक की भागदौड़ भी शुरू हो गयी है| इसी क्रम में आज भाजपा ने सबसे पहले आज़मगढ़ से चुनावी सभाओ का आगाज़ कर दिया| इस बार भी कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में हैं| हालाँकि ये सभा तो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के उपलक्ष्य में थी लेकिन सियासी जानकार इसे चुनावी बिगुल के रूप में ही देख रहे हैं|
चुनावी सभाओ का आगाज़ मुलायम के संसदीय क्षेत्र से
यह कोई इत्तेफ़ाक नहीं कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन वाराणसी की जगह आज़मगढ़ से किया गया| ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी जो उत्तरप्रदेश में महागठबंधन की अगुआई कर रहा है, उसके सबसे बड़े चेहरे मुलायम सिंह का यह संसदीय क्षेत्र है| आज़मगढ़ को सपा और बसपा का गढ़ कहा जाता है क्योंकि भाजपा की लहर में भी पार्टी के प्रत्याशी मात्र एक विधानसभा क्षेत्र जीतने में कामयाब हुए थे| यहाँ की जनता ने कुल दस विधानसभा सीटों में से चार सपा और तीन बसपा की झोली में डाल दी थी|
अब भाजपा लोकसभा 2019 से पहले यहाँ कि जनता का भरोसा जीतना चाहता है| इसीलिए राजनीतिक दांव-पेंच को ध्यान में रखते हुए अप्रत्यक्ष रूप से आज़मगढ़ से चुनावी सभा की शुरुआत की गयी| यहाँ तक कि मोदी भी अपने भाषण में विपक्षियों पर जम कर निशाना साधते हुए नज़र आये| उन्होंने तीन तलाक़, हलाला के बहाने कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा| उन्होंने यहाँ तक कहाँ कि कांग्रेस सिर्फ मुसलमान पुरुषों की पार्टी है, उसके वोट बैंक में मुस्लिम महिलाएं नहीं हैं|
लोहिया,आम्बेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को एक साथ किया याद
मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि हम लोहिया, आम्बेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सिद्धांतो में विश्वास रखते है| उन्होंने सपा और बसपा को परिवार वाली पार्टी कहते हुए कहा कि ये पार्टियाँ जनता का नहीं बल्कि परिवार के विकास में विश्वास रखती है| जबकि भाजपा जनता के विकास में विश्वास रखती है|
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सभा के बाद पहली बार सभा में इतना बड़ा जनसमूह
आज़मगढ़ के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी जनसभा है| भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गयी कि सभा के लिए लगाये गए टेंट छोटे पड़ गए| लोग सड़कों पर खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सुन रहे थे| जब मायावती की रैली हुई थी तो लोगों के हुजूम को देख कर लगा था कि उस जनसभा में उमड़ी भीड़ का रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पायेगा लेकिन आज की जनसभा ने आज़मगढ़ में हुई अब तक की सभी जनसभाओं के रिकॉर्ड तोड़ दिए| शहर से लगभग पंद्रह किलोमीटर दूर मंदुरी को जाने वाली सड़कों पर सिर्फ भगवा ही नज़र आ रहा था| ऐसा लग रहा था कि मानो अटल बिहारी वाजपेयी की जनसभा के बाद दूसरी बार दलीय सीमा टूट गयी हो|
मोदी की सभा में भीड़ से विपक्ष परेशान तो भाजपाई प्रफुल्लित
आज़मगढ़ में हुई इस जनसभा में उमड़ी भीड़ से जहाँ विपक्षी परेशान हैं वही दूसरी तरफ़ भाजपाईयों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं है| भाजपाई इसे गठबंधन का जवाब मान रहें हैं तो दूसरी तरफ़ विपक्ष नयी रणनीति बनाने में जुट गया है|
“प्रधानमंत्री मोदी जिस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन कर रहे हैं, उसका उद्घाटन अध्यक्ष जी पहले ही कर चुके हैं| सपा की परियोजना को भाजपा अपना बता रही है|” : बलराम यादव, सपा
“यह रैली ऐतिहासिक थी| लोगों ने साबित कर दिया कि मोदी लहर अभी भी पूरे देश में है| विपक्ष के लोग हताश है इसलिए अनाप-सनाप आरोप लगा रहे हैं जबकि सबको पता है कि किसके कार्यकाल में कितना विकास हुआ है| लोगों ने आज के दिन को त्यौहार की तरह मनाया|” : राजेश सिंह महुवारी, भाजपा
“लोगो का विश्वास अभी भी नरेंद्र मोदी के प्रति कायम है| आज की जनसभा में लोगों ने अपना निर्णय सुना दिया| आगामी लोकसभा चुनाव के परिणाम बिलकुल साफ़ हो चुके हैं| इसमें कोई संदेह नहीं है कि केंद्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार आने वाली है|” : नीलम सोनकर, सांसद लालगंज