उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर चल रहे चुनावी महासंग्राम के दौरान तीसरे चरण में होने वाले मतदान से पहले प्रत्याशियों का काला चिट्ठा मंगलवार को यूपी प्रेस क्लब में पेश किया। इन दागी नेताओं के कई मंत्रियों के ऊपर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।
कई प्रत्याशियों पर दर्ज हैं केस
- कई मंत्रियों के ऊपर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर केस दर्ज हैं।
- जबकि कई मंत्रियों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने जैसे अपराध शामिल हैं।
- चुनाव आते ही विभिन्न दलों में प्रत्याशियों को चुनने की होड़ सी लग जाती है।
- ऐसे में सियासी दल अपने फायदे के लिए दागी तथा अपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों का चयन करने में गूरेज नहीं करती हैं।
- लेकिन इलेक्शन वाच द्वारा निरन्तर चलायी जा रही जागरूकता के कारण इस बार अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों के खिलाफ रिपोर्ट पेश कर इनके कारनामे उजागर कर रहा है।
813 में से 250 उम्मीदवार करोड़पति
- बीजेपी, बीएसपी हो या सपा-कांग्रेस गठबंधन, सब गरीबों का हितैशी होने का दावा करते हैं,
- लेकिन इन पार्टियों से चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट इनके सभी दावों की पोल खोलती है।
- एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरे चरण में किस्मत आजमाने वाले 813 में से 250 यानी 31 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार हैं।
- इसमें भारतीय जनता पार्टी के आगे अन्य कोई पार्टी नहीं टिकती। भाजपा के 68 में 61 यानी 90 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं।
- इसी क्रम में बसपा के 67 में से 56 यानी 84 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़े रहे हैं।
- जबकि सपा के 59 में 51 (86 प्रतिशत), कांग्रेस के 14 में से 7 (50 फीसदी), आरएलडी के 40 में से 13 (33 फीसदी) और 225 में से 24 यानी 11 फीदसी निर्दलीय करोड़पति उम्मीदवार तीसरे चरण में ताल ठोंक रहे हैं।
- इसके अलावा सीपीआई से लखनऊ पश्चिम सीट से प्रत्याशी मोहम्मद अकरम और आवामी समता पार्टी से सीतापुर जिले में लहारपुर से प्रत्याशी सुरेश चन्द्रा ने शून्य संपत्ति घोषित की है।
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