देश भर में प्रसिद्ध 8 साल की ‘मोगली गर्ल’ के मामले में सामने आया अब नया ट्विस्ट . गौरतलब हो की मीडिया द्वारा अख़बारों में छापी गई तस्वीरों और न्यूज़ चैनलों द्वारा दिखाई गई ख़बरों के बाद जौनपुर जिला के थाना बादशाह पुर क्षेत्र के गांव कमालपुर निवासी रमजान ने साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कहा था कि कतर्निया जंगल में मिली अबोध बालिका वन दुर्गा उर्फ मोगली गर्ल उसकी गुमशुदा बेटी अलीजा है. लेकिन अब लखीमपुर के पोखरी गाँव की एक महिना ने भी इस बच्ची पर अपना दावा ठोका है.
महिला ने की DNA जाँच की मांग-
- मोगली गर्ल को लेकर जौनपुर के कमालपुर निवासी रमजान ने साक्ष्य प्रस्तुत किया था.
- जिसमे उन्होंने इसे अपनी खोई हुई बेटी अलीजा बताया था.
- लेकिन इस मामले में अब और एक नया मोड़ सामने आया है.
- लखीमपुर के पोखरी गाँव की एक महिना ने भी इस बच्ची को अपनी बच्ची बताया है.
- महिला का कहना है की उसकी ये बच्ची साल 2012 में गायब हो गई थी.
- महिला ने इस मामले में सिंगाही थाने में तहरीर दी है.
- साथ ही महिला ने बच्ची को लेकर डीएनए जांच कराये जाने की भी मांग की है.
मोतीपुर रेंज में मिली थी ‘मोगली गर्ल’
- बहराइच जिले में कतार्निया घाट जंगल में तैनात वन दरोगा सुरेश यादव के अनुसार मोतीपुर रेंज में वह करीब दो महीने पहले गश्त कर रहे थे.
- उनकी टीम खपरा वन चौकी के पास पहुंची ही थी कि उनको जंगल में एक बंदरों का झुंड दिखाई दिया। इस झुंड में एक बच्ची को बंदरों ने घेर रखा था, बच्ची के शरीर पर कपड़े तक नहीं थे.
- यह नजारा देख वनकर्मियों के होश उड़ गए.
- बड़ी मुश्किल से सुरेश ने मासूम को बंदरों के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया बन्दरों के झुंड ने टीम पर हमला कर दिया.
- बंदर गुस्से वाली आवाजें निकाल रहे थे वैसे ही बच्ची भी आवाज निकाल रही थी.
- टीम ने बच्ची को काफी मशक्कत के बाद अपने साथ उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया जहां उसका इलाज चल रहा है.
- चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है.
- वहीं अस्पताल में आने जाने वाले लोग इसे ‘वनदुर्गा’ के नाम से भी बुलाने लगे हैं.