उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले के अयोध्या में स्थित राम मंदिर को लेकर सियासत और बयानबाज़ी का दौर शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में राज्यसभा सांसद संजय रावत आज अयोध्या में पहुंचे. जहाँ उन्होंने भाजपा पर सवाल उठाये कि अगर भाजपा ट्रिपल तलाक पर और एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश आ सकता है तो राम मंदिर पर क्यों नहीं?
अयोध्या पहुंचे संजय रावत का बयान:
आज अयोध्या में राज्यसभा सांसद संजय रावत पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बाबरी विध्वंस और राम मंदिर निर्माण को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश की।
अयोध्या पहुंचे राज्यसभा सांसद संजय रावत ने कहा कि जब बाला साहब ठाकरे थे तो विवादित ढांचा गिर गया था। उस दौरान श्रीराम को मुक्त करवाया गया था।
नवंबर में उद्धव ठाकरे आयेंगे अयोध्या:
इसी कड़ी में इस साल अब नवंबर महीने में उद्धव ठाकरे भी अयोध्या आयेंगे। संजय रावत ने बताया कि उद्धव ठाकरे मुंबई के दशहरा रैली में अयोध्या आने की तिथि का ऐलान करेंगे.
वहीं शिव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के दौरे को लेकर पूर्व तैयारी के लिए संजय राउत अयोध्या पहुंचे हैं.
संजय रावत ने इस दौरान भाजपा के खिलाफ बोलते हुए कहा कि जनता अब भाजपा को वनवास को भेज देगी।
भाजपा चाहे तो 24 घंटे में आ सकता है अध्यादेश:
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार राज्य में भी है और केंद्र में भी। इसके अलावा राष्ट्रपति भवन पर भी भाजपा का ही कब्ज़ा है.फिर भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा.
राम मंदिर मामले पर भाजपा को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि 2019 से पहले भाजपा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू करे।
उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा चाहे तो 24 घंटे के अंदर अध्यादेश ला सकती है.
चुनाव से पहले राम मंदिर बनवाने की मांग:
सांसद संजय रावत ने सवाल किया कि अगर ट्रिपल तलाक पर और एससी-एसटी एक्ट पर अध्यादेश आ सकता है तो राम मंदिर पर क्यों नहीं?
उन्होंने भाजपा को नसीहत भरे लहजे में चेतावनी दी कि अयोध्या में भाजपा अगर राम मंदिर नहीं बनाती है, तो उसे राम के नाम पर वोट मांगने का अधिकार भी नहीं है.
वहीं राज्यसभा सांसद संजय रावत ने पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल के निधन पर सीबीआई जांच की मांग भी की।