Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

सांसद सावित्री बाई फुले पर अपने चाचा को 12 बीघा जमीन कब्जा कराने का आरोप

MP Savitri Bai Phule accused of 12 bigha land possession for His uncle

MP Savitri Bai Phule accused of 12 bigha land possession for His uncle

भाजपा को दलित विरोधी और जिन्ना को महापुरुष बताने वाली भारतीय जनता पार्टी की बहराइच से सांसद सावित्री बाई फुले एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वह अपने किसी बयान से नहीं बल्कि बहराइच जिले के मिहींपुरवा तहसील के मंझाव गांव में करीब 12 बीघा विवादित जमीन पर अपने चाचा को जबरन कब्जा करवाने के लिए सुर्खियों में हैं। भाजपा सांसद पर आरोप है कि उन्होंने खेत में लगी फसल को ट्रैक्टर से अपने सामने जोतवा दिया। जबरन कब्जा करने का विरोध करने वालों की मौके पर मौजूद मोतीपुर थानाध्यक्ष ने भी एक न सुनी। शनिवार को कलेक्ट्रेट में दूसरे पक्ष के लोगों ने प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद एसडीएम मिहींपुरवा ने तहसीलदार से मौके पर मौजूदगी के बावत रिपोर्ट तलब की है। कब्जे का वीडियो वायरल होने के बाद सांसद और प्रशासन बैकफुट पर आ गए हैं।

नियमानुसार गलत तरीके से किया कब्जा

जानकारी के मुताबिक, मंझाव गांव निवासी जानकी प्रसाद पुत्र रामसेवक ने बताया कि विवादित जमीन बालमुकुंद पुत्र जमुना नाम के ग्रामीण से वर्ष 1978 में उनके स्व. पिता रामसेवक पुत्र राजाराम व दूधनाथ पुत्र बल्ली ने संयुक्त रूप से खरीदी थी। भूमि के बंटवारे को लेकर उसी समय मामला कोर्ट में चला गया था। वर्ष 2016 में सभी लोगों ने आपस में सुलह कर भूमि की अमल दरामद करा ली। इसी बीच बीजेपी सांसद के चाचा अक्षयबर कनौजिया पुत्र जगेशर ने बालमुकुंद के पौत्र अरविंद कुमार पुत्र जगेशर से उपरोक्त भूमि का बैनामा कराकर फिर से उसकी अमल बरामद करा ली, जो कि नियमानुसार गलत था।

प्रशासनिक अधिकारी पल्ला झाड़ने में जुटे

इसलिए यह प्रकरण न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। प्रकरण तहसीलदार न्यायालय में लंबित है। शुक्रवार शाम सांसद बहराइच ने तहसीलदार मिहींपुरवा केशवराम और थानाध्यक्ष मोतीपुर हेमंत गौड़ के साथ मिलकर खेत में लगी फसल को जोतवा कर भूमि पर कब्जा करवा दिया। दूसरे पक्ष के लोगों ने शनिवार को कब्जे के विरोध में कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इस दौरान कब्जा कराने गई सांसद की सीडी बांटी गई। तहसीलदार केशवराम ने बताया कि वह मौके पर गए जरूर थे, लेकिन कब्जा कराने में उनका कोई रोल नहीं है। पुलिस मौके पर मौजूद थी। एसओ हेमंत ने बताया कि तहसीलदार ने फोन कर मौके पर बुलाया था, इसलिए गया था।

सांसद सावित्री बाई फूले के बिगड़े बोल

सांसद सावित्री बाई फूले ने बताया कि मंझाव गांव में चाचा अक्षयबर कनौजिया की जमीन है। वर्तमान जमीन की खतौनी पर वे ही खाताधारक हैं। तहसीलदार व एसओ ने न्यायसंगत कार्रवाई की है। नियमानुसार कार्रवाई होने की सूचना पर ही वे मौके पर गई थी। राजनीतिक विरोध के चलते ही इस प्रकरण को सत्ता पक्ष के एक नेता के इशारे पर तूल पकड़ाया जा रहा है। खतौनी में खाताधारक का नाम न होता तो वे मौके पर नहीं जाती। प्रकरण का डायवर्ट करने के लिए प्रशासनिक अफसरों पर दबाव बनाया जा रहा है। वहीं एसडीएम मिहींपुरवा केपी भारती ने बताया कि मंझाव गांव में जिस जमीन पर शुक्रवार शाम कब्जा हुआ है, वह विवादित है। तहसीलदार न्यायालय पर इसका वाद लंबित चल रहा है। तहसीलदार मौके पर गए थे, उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट से डीएम को अवगत कराया जाएगा।

[hvp-video url=”https://www.youtube.com/watch?v=3evX9FGqmfE&feature=youtu.be” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/07/Untitled-1-copy-172.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]

ये भी पढ़ें-

होमगार्ड की फर्जी ड्यूटी लगाकर सरकारी खजाने से लाखों रुपये हड़प रहे पुलिस अधिकारी

पीएम मोदी करेंगे 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास

सांसद सावित्री बाई फुले पर अपने चाचा को 12 बीघा जमीन कब्जा कराने का आरोप

कक्षा 8 की छात्रा ने दो युवकों पर लगाया बंधक बनाकर गैंगरेप करने का आरोप

तमंचा छिपाकर बरामदगी दिखाने गए पुलिसकर्मी को लोगों ने दौड़कर रंगे हाथ पकड़ा

यूपी में भारी बारिश से हाहाकार: 3 दिन में 31 जिलों में 58 लोगों की मौत

संजय सिंह ने की शिक्षामित्रों से मुलाकात, आंदोलन को दिया समर्थन

24 घंटे में लूट की दो वारदातों से दहला अमेठी, पुलिस खाली हाथ

भारतीय जूनियर हैंडबॉल टीम का केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हुआ सम्मान

मनकामेश्वर मंदिर में 151 लीटर गोमती जल से होगा महादेव का महाअभिषेक

Related posts

2 सगी बहनों पर दबंगों ने किया तेजाब से हमला

Mohammad Zahid
7 years ago

उप चुनाव में हार के बाद भाजपा के बाहुबली का पार्टी और सीएम पर हमला, भाजपा के पूर्व सांसद रमाकान्त यादव का बयान, पिछड़े, दलितों की उपेक्षा करना भाजपा को पड़ा महंगा, पार्टी के नेता अगर अब भी नहीं चेते तो 2019 में भुगतना पड़ेगा खामियाजा, सीएम योगी से प्रदेश को काफी अपेक्षाए थी, लेकिन सीएम के तौर पर योगी का प्रदर्शन बेहद खराब, सीएम ने सभी को एक साथ नहीं लेकर चले, पूरे प्रदेश में केवल एक जाति विशेष के लोगों को दी तरजीह, हार की जिम्मेदार पूरी पार्टी की।

Ashutosh Srivastava
7 years ago

नर्सरी से लेकर बारहवीं तक के सभी स्कूल खुले

Sudhir Kumar
7 years ago
Exit mobile version