एक ओर आज जहां सारा देश मुहर्रम के दिन कर्बला में शहीद हुए इमाम हुसैन और उनके 72 वीरो की सहादत की याद में मातम मना रहा है. वहीँ इस मातम में सैकड़ो मुस्लिम सड़क पर निकल कर जुलूस निकालते है और अपने शरीर पर धारदार हथियार से हमला कर अपना खून बहाते है. जिनमे से कई लोग तो आग पर चलकर भी मातम (muharram celebrated) भी मनाते है और सभी शहीदों को याद करते हैं, लेकिन उन्नाव में ये मातम नए ढंग से मनाने की एक अलग परंपरा देखने को मिली है.
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बदला मातम मानाने का तरीका (muharram celebrated):
- आज मुहर्रम है और ऐसे में आज के दिन मुस्लिम समाज के लोग सड़कों पर मातम मन रहे हैं.
- वहीँ ये सभी लोग हथियार से हमला कर अपना खून बहाकर मातम मना रहे हैं.
- लेकिन आज उन्नाव (muharram celebrated) में नए ढंग से मातम मनाने की एक अलग परंपरा देखने को मिली है.
- यहां आज इस मातम में लोग सड़को पर अपना खून न बहा कर कैम्प लगाकर रक्तदान कर रहे हैं.
- इस परंपरा की शुरुवात आज से 5 पहले हुई थी.
- उन्नाव के ही रहने वाले फर्रुख ज़ैदी ने मातम की परंपरा को बदलने के लिए अहम भूमिका निभाई है.
- उन्होंने सड़कों पर इस तरह खून बहा कर मातम मनाने की परंपरा को बदलने का मन बनाया.
- जिसके तहत फर्रुख ज़ैदी ने इस मातम को नए तरीके से मनाने के लिए इस दिन रक्त दान करने की बात कही.
- यही नहीं उनकी इस बात को सभी लोगो ने स्वीकार किया और आज तक इसी तरह से सैकड़ो लोग मुहर्रम का मातम मनाते हैं.
- वहीँ उन्होंने अधिक से अधिक से लोगो को जागरूक कर इसी तरह मातम मनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
लोगों ने रक्तदान कर मनाया मातम:
- उन्नाव के मुसलमानों ने आज रक्तदान कर मातम मनाने की नई परिपाटी शुरू की है.
- जिसमे करीब 70 लोग रक्त दान कर चुके है.
- यहां लोगो का मानना है कि अगर हमें सहादत माननी ही है.
- तो हम अपना खून सड़को पर क्यो बहा कर बेकार करें.
- इसीलिए क्यो न हम अपना खून दान करे जिससे लोगो की जान बचाई जा सके.
- फर्रुख ज़ैदी ने बताया कि इस काम की शुरुवात में पहले तो काफी दिक्कतें आयी थी.
- लेकिन धीरे धीरे लोग हमारी बातों से सहमत होकर हमसे जुड़ते गए.
- वहीँ आज की स्थिति यह है कि करीब 100 लोग हमारे साथ रक्तदान कर मातम मनाते है.
धीरे-धीरे जागरूक हो रहे लोग:
- बता दें कि इस काम के दौरान कई सामाजिक संगठन भी बढ़चढ़ कर इन लोगो के साथ आये है और लोगो को जागरूक कर रहे हैं.
- इस दौरान उन्नाव की ब्लड बैंक में ब्लड की पर्याप्त मात्रा रहती है.
- जिससे किसी भी जरूरत मंद को जरूरत के समय रक्त मिल जाता है.
- एक तरफ लोग जहाँ सड़कों पर निकल कर अपना खून बहा रहे हैं.
- वही उन्नाव में लोग रक्तदान कर अनोखी तरह से मातम मना कर अन्य लोगो के सामने भी एक नज़ीर भी पेश कर रहे हैं.
- इस तरह से मातम मनाने वाली तादाद हर साल बढ़ती ही जार रही है.
- ये सभी लोग अन्य लोगो रक्त दान कर मातम मनाने के लिए कैम्पेन चला कर जागरूक भी करने का काम भी कर रहे हैं.
- वही इस तरह से मातम मनाने वाले लोगो का भी कहना है कि मातम का यह तरीका उन्हें ज्यादा सही लगा.
- इस तरह से मातम कर अधिक से अधिक लोगो को जागरूक करने का वे लोग लगातार प्रयाश कर रहे हैं.
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