उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिला में स्थित राम नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम की शुरूआत शुक्रवार को वैदिक मंत्रोचार व मंगल गीतो के साथ हुई। इस भव्य आयोजन में क़रीब 140 जोड़ो का रजिस्ट्रेशन किया गया। सामूहिक विवाह का आयोजन मे सात वचन के साथ ही आठवां वचन स्वच्छता का दिलाया जा रहा था। प्रशासन की तरफ़ से मोबाइल और गिफ्ट पैकेट भी जोड़ों को दिए गए। कार्यक्रम में जहां मंच पर सांसद के साथ माहापौर नजर आ रहे थे वहीं भाजपा के एक भी विधायक कार्यक्रम में नहीं पहुंचा था।
रामकथा पार्क में आयोजित हो रहा भव्य कार्यक्रम
यह पूरा आयोजन भगवान श्री राम की नगरी में रामकथा पार्क में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सूचना विभाग के कलाकारों ने मंगलगीत व वैवाहिक गीत के साथ वैवाहिक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियों से समा बांधा। जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी रवीश गुप्ता, नगर आयुक्त एमपी सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, क्षेत्राधिकारी अयोध्या सहित प्रशासन के उच्चाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम स्थल पर भव्य पंडाल के साथ बिजली व फूलों से की सजावट की गई थी। कार्यक्रम में विवाह की वेदी, जयमाल, वरवधु फेरा के लिए दस वेदी (अग्नि कुण्ड) बनाये गए। एक बार में एक साथ 10 जोड़ो का विवाह संपन्न होगा। कार्यक्रम में 150 जोड़ो का सामूहिक विवाह कराया जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि 9 फरवरी को अयोध्या रामकथा पार्क में 12 से 2 बजे के मध्यं सामुहिक विवाह कार्यक्रम संपन्न होगा। विवाह में शामिल होने वाले जोड़ो को उनके रीति रिवाज के माध्यम से एक-दूसरे को बंधन में बांधकर जिला प्रशासन (रजिस्टार) द्वारा विवाह प्रमाण-पत्र दिया जायेगा। जिसके लिये कार्यक्रम स्थल पर 10 कम्प्यूटर लगाये गए हैं। सामूहिक विवाह स्थल पर लगभग 1500 लोगों के प्रीतिभोज की व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम के नगर आयुक्त को सौंपी गई है। एडीएम सिटी व एसपी सिटी सुरक्षा व्यवस्था में लगेगें तथा सजावट, टैण्ट, फूल माला की जिम्मेदारी जिला समाज कल्याण अधिकारी को दी गयी है। जिलाधिकारी ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह में शामिल होने वाले कन्या के दाम्पद जीवन की खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना हेतु 20 हजार रुपये कन्या के खाते में जमा की जायेगी। यदि कन्या विधवा, परित्यक्ता या तलाकशुदा है तो उसके खाते मे 25 हजार की धनराशि जमा कर दी जायेगी। उपरोक्त के अतिरिक्त लड़की के कपड़े, बिछिया, पायल, बर्तन व मोबाइल पर 10 हजार रुपये का जिला प्रशासन द्वारा व्यय किया जायेगा।
उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा राज्य में गरीब लड़कियों को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। दरअसल राज्य सरकार अपने खर्च पर सामूहिक विवाह का आयोजन करवाएगी। जो मीडिया रिपोर्टस इस मामले में सामने आई है उसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ऐसा होगा। इसके अंतर्गत सामूहिक विवाह के आयोजन में सांसद, विधायक व समाज के अन्य प्रतिष्ठित लोग भाग लेंगे। योजना का लाभ अनुसूचित जाति व अन्य जातियों के लोगों को भी मिलेगा।
अनसूचित जाति जनजाति के 30 प्रतिशत लोग अन्य पिछड़ा वर्ग के 35 प्रतिशत लोग, सामान्य वर्ग के 20 प्रतिशत और अल्पसंख्यक वर्ग की 15 प्रतिशत भागीदारी इस तरह के आयोजनों में हो सकेगी। इस योजना के तहत शादी करने वालों को 20 हजार रूपए और एक स्मार्ट फोन उपहार स्वरूप दिया जाएगा। लोग चाहें तो सामान्य उपहार भी भेंट कर सकेंगे लेकिन इसके लिए उन्हें पूर्व में सूचना देनी होगी।इन आयोजनों के लिए कलेक्टर द्वारा समिति का निर्माण किया जाएगा। जो लोग इसमें भागीदारी करेंगे उन्हें नकदी के ही साथ बर्तन व कपड़े भी दिए जाऐंगे। इसके अलावा समिति टेंट, विवाह संस्कार, पेयजल आदि की व्यवस्था कराएगी।
इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थी को 20 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता था वहीं अब सरकार 35 हजार रुपये खर्च करेगी। इसमें बीस हजार कन्या के खाते में दस हजार से कपड़े, बिछिया,पायल,सात बर्तन, एक जोड़ी वस्त्र और स्मार्ट फोन खरीदा जाएगा।पांच हजार रुपये पंडाल आदि आदि के लिए अधिकृत निकायों को दिया जाएगा। हालांकि मिलने वाली राशि को कन्या के खाते में जमा करवा दिया जाएगा। इस तरह के आयोजन में प्रथम चरण में करीब 71 हजार चार सौ लड़कियों का विवाह करवाया जाएगा। यदि समारोह में 5 से अधिक विवाह होते हैं तो फिर इसका आयोजन पंचायत, जिला पंचायत, नगर निगम व नगर पालिका परिषद के स्तर पर होगा। इस तरह के आयोजनों में सांसद और विधायक के अलावा समाज के प्रतिष्ठित लोगों को भी बुलाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लाभ
इस विवाह योजना में लाभ के लिए पेंशन होल्डर, मसलन विधवा, वृद्धावस्था और विकलांग पेंशन भोगियो को इनकम सर्टिफिकेट नहीं देना होगा तथा अन्य आवेदक/ लाभार्थियों को इनकम सर्टिफिकेट देना होगा ।
योजना में लाभ के लिए ग्रामीण क्षेत्र के लोगो की वार्षिक आय 46080 होनी चाहिए और शहरी क्षेत्रों में 56460 वार्षिक आय होनी चाहिए ।
-योगी की इस विवाह योजना में पात्र गरीबी रेखा वाले वर्ग के परिवारों की बेटियों को बनाया जाएगा ।
-इस योजना के तहत समिति के ही टेंट विवाह में होंगे।
-इस योजना से लड़की की शादी में नकदी बर्तन कपड़े भी मिलेंगे।
-इस योजना के अंतर्गत विवाह संस्कार के लिए भी व्यवस्था की जाएगी।
-इस योजना में पेयजल आदि की व्यवस्था भी कराई जाएगी।
-लड़की के खाते में 35000 में से 20 हजार रुपए कन्या के खाते में डालेंगे।
-कन्या को 10000 के कपड़े खरीदने के लिए दिए जाएंगे।
-इस योजना में पायल साथ बर्तन एक जोड़ी वस्त्र और स्मार्टफोन खरीदा जाएगा 5000 पंडाल आदि के लिए सहायता राशि दी जाएगी।
-उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए पात्रता।
-इस योजना में आवेदन करने के लिए आवेदनकर्ता उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
-कन्या की उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए और शादी के लिए उम्र 21 वर्ष हो।
-आवेदनकर्ता की गरीबी रेखा से नीचे होनी चाहिए आर्थिक वार्षिक आय 46080 ग्रामीण क्षेत्रों के लिए और शहरी क्षेत्रों की वार्षिक आय 56460 होनी चाहिए।
-एक परिवार मैं 2 लड़कियां के विवाह के लिए यह नाम उठा सकते हैं।
-अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को विभिन्न में जाति प्रमाण पत्र भरना अनिवार्य है।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ऑनलाइन आवेदन
-इस योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इस वेबसाइट पर क्लिक करें।
-इस फोरम को क्लिक करने के बाद दो वर्गों में दिया होगा ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म सामान्य वर्ग अनुसूचित जाति -अनुसूचित जनजाति वर्ग आवेदन अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी।
-इस ऑनलाइन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें।
-ऑनलाइन भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें।
-इस योजना का प्रिंट आउट ऑनलाइन फॉर्म अपने पास संभाल कर रख सकते हैं।
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