देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर चुनाव अगले महीने होने जा रहा है. इसको लेकर तमाम दल अपने-अपने समीकरण बनाने में लगे हैं. अभी तक किसी भी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है. ऐसा माना जा रहा है NDA 20 जून को राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है. वहीँ यूपीए ने भी अन्य विपक्षी दलों के साथ बैठक की है लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पायी है.
अखिलेश-मुलायम आये सामने-सामने:
- देश के अगले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर यूपी में भी गहमागहमी देखने को मिली है.
- वहीँ समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव से अछूती नहीं रही है.
- मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को नजरअंदाज करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में समाजवादी पार्टी एनडीए को समर्थन देगी.
- इस ऐलान के बाद अब मुलायम-अखिलेश आमने सामने आते दिखाई दे रहे हैं.
- हालाँकि मुलायम सिंह ने शर्त रखी है कि उम्मीदवारट कट्टर भगवा चेहरा न हो.
- वहीँ सभी का समर्थन भी उस उम्मीदवार को प्राप्त होना चाहिए।
- दो दिन पूर्व ही मुलायम सिंह यादव ने केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और गृहमंत्री से मुलाकात की थी.
- सूत्रों के अनुसार, मुलायम ने पार्टी के मामलों अखिलेश के तौर-तरीकों पर भी आपत्ति जताई थी.
मुलायम के फैसले से कांग्रेस की बढ़ेगी मुसीबत:
वहीँ मुलायम सिंह यादव द्वारा एनडीए उम्मीदवार के समर्थन की बात से कांग्रेस को झटका लग सकता है. दूसरी तरफ अखिलेश यादव विपक्ष के समर्थन वाले उम्मीदवार को समर्थन दे सकते है. ऐसा होने की स्थिति में पिता-पुत्र के बीच टकराव फिर देखने को मिल सकता है.