समाजवादी पार्टी से शिवपाल यादव के अलग हो जाने और नए दल के गठन से पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार पार्टी संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। अब इसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव के पिता और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने हाथों में ले ली है। वे लगातार अखिलेश यादव के साथ सार्वजनिक मंच पर दिखाई देते हैं और पार्टी को जीतने की अपील करते हैं। इसी क्रम में वे दोनों एक बाद फिर सपा विधायक के घर जा सकते हैं जिसकी पार्टी कार्यकर्ताओं ने तैयारियां शुरू कर दी है।
सपा विधायक के घर पहुंचेगे मुलायम :
यूपी के जौनपुर जिले से मुलायम सिंह यादव का पुराना नाता रहा है। सपा में नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव फिर से जिले में आ रहे हैं। यहाँ पर वे सपा के कद्दावर नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव से मुलाकात करेंगे। इसके पहले करीब 2 वर्ष पहले नवंबर माह में पारसनाथ यादव के बेटे ओम यादव की सगाई में मुलायम सिंह यादव उनके पैतृक आवास निगोह पहुंचे थे। इसके बाद वे वर्ष 2017 में वे इधर तो पारसनाथ यादव के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे लेकिन इस बार आने का कारण ज्यादा महत्वपूर्व है।
अखिलेश के आने की हैं उम्मीदें :
जौनपुर आने पर वे बरसठी ब्लाक की पूर्व प्रमुख व विधायक पारसनाथ यादव की पत्नी हीरावती देवी की प्रतिमा का आदमपुर स्थित श्रीराम पीजी कालेज में अनावरण करेंगे। मुलायम के आने तैयारी का जायजा लेने अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय राय, सीओ अवधेश कुमार शुक्ला, थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार बरवार पहुंचे।इस दौरान सपा नेता लकी यादव ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों को कार्यक्रम में बुलाया गया है लेकिन अभी तक सिर्फ मुलायम सिंह यादव का ही प्रोटोकाल आया है। शीघ्र अखिलेश यादव का कार्यक्रम तय होने की उम्मीदें हैं।