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समाजवादी पार्टी में झगड़े के वक्त परिवार के हर सदस्य को लेकर कुछ न कुछ कहा जाता रहा. कोई न कोई सदस्य इस झगड़े में अपने बयान से नया मोड़ देता नजर आया. झगड़ा अब शीत युद्ध में बदल चुका है जो कि सुलह की राह पर तो बिल्कुल भी नहीं जान पड़ता है. लेकिन इस झगड़े से कई बातें सामने आयीं उनमें से एक है मुलायम सिंह की पत्नी और अखिलेश यादव की सौतेली माँ साधना गुप्ता, जिन्हें इस झगड़े में कैकयी तक कहा गया.
साधना गुप्ता -मुलायम के बीच रिश्तों का खुलासा:
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- साधना गुप्ता ने कहा था कि उनकी भी राजनीति में आने की इच्छा थी.
- उनकी इच्छा है कि प्रतीक भी अखिलेश के साथ काम करें और उनके साथ रहें.
- लेकिन अखिलेश यादव को गुमराह करने की बात भी उन्होंने कही थी.
- वहीँ उन्होंने एक और खुलासा किया था.
- साधना गुप्ता इटावा के बिधुना तहसील की रहनेवाली हैं.
- उनकी शादी 4 जुलाई 1986 को फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता से शादी हुई थी.
- जबकि 7 जुलाई 1987 को प्रतीक यादव का जन्म हुआ था.
- वहीँ दो साल बाद चंद्र प्रकाश और साधना अलग हो गए.
- इसके कुछ दिनों बाद ही वो मुलायम सिंह के नजदीक आयीं.
- इसके बाद इन लोगों का मिलना-जुलना बढ़ गया.
- साधना गुप्ता ने मुलायम सिंह की माँ मूर्ति देवी की बहुत देखभाल की थी.
- अखिलेश की बायोग्राफी ‘बदलाव की लहर’ में इनके और मुलायम सिंह के रिश्तों का जिक्र भी है.
- ये भी कहा जाता है कि 1994 में प्रतीक के स्कूल के रिकॉर्ड में पिता का नाम MS यादव दर्ज हुआ.
- जबकि पता मुलायम सिंह के ऑफिस का था.
- वहीँ अखिलेश को शुरू से साधना और मुलायम के रिश्ते से परहेज रहा.
- अमर सिंह से दूरी का एक कारण यह भी रहा कि उनके ही दबाव में मुलायम ने साधना को सार्वजनिक मंच पर पत्नी का दर्जा दिया.
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