राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारी तंजील अहमद की हत्या के मुख्य आरोपी मुनीर ने पूछताछ में एक नए रहस्य का खुलासा किया है। मुनीर का खुलासा बेहद चौकाने वाला है, उसने पुलिस को बताया कि उसने दिल्ली के कमला नगर में 1.5 करोड़ की लूट की थी, इसके बाद उसने अलीगढ़ से 91 लाख रूपये लूटें जिसमें से 82 लाख उसने रुपये मृत एनआइए अफसर तंजील अहमद को मकान खरीदवाने के लिए दिए थे। मुनीर ने बताया कि पैसे लौटाने को तैयार न होने पर उसने तंजील की हत्या की थी।
- इस खुलासे को लेकर पुलिस अधिकारी हैरान हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लखनऊ में लाखों रुपये लूटने के बाद मुनीर व आशुतोष मिश्रा भागकर दिल्ली आए और छिपने के लिए सब्जीमंडी इलाके में किराये पर एक कमरे का घर लिया था।
- 1.5 करोड़ रुपये लूटने की घटना के अगले ही दिन तंजील अहमद ने मुनीर को फोन कर कहा था कि वह अपना सारा सामान हटाकर वहां से चला जाए।
- तंजील का फोन आने के बाद मुनीर रकम लेकर फरार हो गया था और आशुतोष वहीं रुक गया था, जिसे उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने दबोच लिया था।
- पुलिस को दिए बयान में मुनीर ने कहा है कि लूट की रकम से 60 लाख रुपये उसने तंजील अहमद को अपने लिए घर खरीदवाने के एवज में दिए थे।
- बाद में अलीगढ़ में 91 लाख रुपये लूटने पर 22 लाख रुपये और तंजील को दिए थे।
- मुनीर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जब भी वह तंजील से पैसा लौटाने के लिए कहता, तो वह उसके काले कारनामों के बारे में पुलिस को बताने की धमकी देते थे।
- मुनीर ने बताया कि तंजील को उसके बारे में पता था और वह उसे जेल में बंद करवाने की धमकी देते थे।
- बड़ा सवाल यह है कि मुनीर के काले कारनामों की जानकारी तंजील अहमद को काफी समय से थी। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी में जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद तंजील ने स्थानीय पुलिस को उसके बारे में जानकारी क्यों नहीं दी।