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स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ा रहा कानपुर नगर निगम

कानपुर नगर निगम में धूम्रपान करना महंगा पड़ सकता हैं। क्योंकि नगर निगम परिसर को नो टोबैको जोन घोषित कर दिया गया है। चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी पकड़े जाने पर जुर्माना भरना पड़ेगा।  नगर निगम कर्मी धूम्रपान करते या गुटखा खाते पकड़े गए तो तुरंत जुर्माना भरना पडेगा। जुर्माना अदा करने में आनाकानी करने पर सेलरी से जुर्माना काटा जायेगा।  नगर निगम के साथ ही उसके 6 जोनल कार्यालयों में भी यह व्यवस्था लागू की गयी हैं। 

धूम्रपान करते पकड़े गये जुर्माना वेतन से कटेगा

नगर को साफ़ और स्वच्छ बनाये रखने की जिम्मेदारी नगर निगम की होती है। नगर निगम शहर में स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही सफाई अभियान को व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की योजना को आगे बढ़ाते हुये सबसे पहले कानपुर नगर निगम के सभी दफ्तरों व परिसर को नो टोबैको जोन घोषित कर दिया गया है।  चाहे सरकारी कर्मचारी हो या गैर सरकारी अगर नगर निगम परिसर में धूम्रपान करते या गुटखा खाते पकड़ा गया, तो पांच सौ रूपया जुर्माना भरना पडेगा।

ग्रीन पार्क स्टेडियम से की गयी थी शुरूआत

नगर आयुक्त के मुताबिक प्रमुख सचिव स्वास्थ महादोय द्धारा 2015 को कानपुर महानगर को नो टोबैको ज़ोन घोषित किया गया था और इसकी शुरुवात ग्रीन पार्क स्टेडियम से की गयी थी।|  लेकिन बीच मे जागरूकता की कमी से लोग टोबैको का इस्तेमाल करने लगे थे। जगह- जगह धूम्रपान करने लगे,,गुटखा खाकर जगह- जगह थूकने लगे थे।  इन सबको देखते हुए सबसे पहले नगर निगम में यह व्यवस्था लागू की गयी है।  चाहे नगर निगम अधिकारी हो या कर्मचारी हो या आम जनता कोई भी हो धूम्रपान करते या गुटका खाते पकड़ा जाता है तो उससे पांच सौ का जुर्माना वसूला जायेगा। अगर नगर निगम का सरकारी आदमी पकड़ा जाता है और वह जुर्माना भरने में आनाकानी करेगा तो उसकी वेतन से काटा जाएगा।

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