पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह बयान दर्ज कराने के लिए गुरुवार रात खेकड़ा थाने में लग्जरी गाडिय़ों के काफिले के साथ पहुंचे। सीओ वंदना शर्मा ने अपने कार्यालय में विवेचक एसपी सिंह के साथ उनके बयान दर्ज किए। पत्रकारों से बातचीत में धनंजय सिंह ने कहा कि मुन्ना बजरंगी हत्याकांड से उनका कोई लेना-देना नहीं है। राजनीतिक साजिश के चलते उन्हें फंसाया गया है।
तीस लोगों के साथ पहुंचे धनंजय:
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई की सुबह हत्या होने के बाद लखनऊ से बागपत पहुंची उसकी पत्नी सीमा सिंह. उन्होंने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया था कि उसके पति की पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह, उनके बेटे प्रदीप कुमार उर्फ पीके, रिश्तेदार विकास उर्फ राजा के अलावा महराज सिंह ने राजनीतिक मित्रों व प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग लेकर अपराधियों से हत्या कराई है।
एसपी ने जारी किया था नोटिस:
केस के विवेचक एसपी सिंह ने उसके शिकायत पत्र को विवेचना में शामिल करते हुए इन लोगों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया था। इसी क्रम में गुरुवार रात करीब आठ बजे पांच लग्जरी गाडिय़ों के साथ पूर्व सांसद धनंजय सिंह खेकड़ा थाने पहुंचे। उनके साथ करीब तीस लोग थे।
विवेचक ने दर्ज किए बयान:
सीओ ऑफिस में सीओ वंदना शर्मा, थानाध्यक्ष एवं केस के विवेचक एसपी सिंह ने उनके बयान दर्ज किए। इस दौरान उनके साथ आए लोग थाना परिसर में मौजूद रहे। बयान दर्ज कराने के बाद रात करीब साढ़े नौ बजे धनंजय सिंह अपने काफिले के साथ सीओ आफिस से चले गए।
पुलिस ने बयान को बताया गोपनीय:
बयान के संबंध में पुलिस अधिकारी कोई भी जानकारी देने से इंकार करते रहे। गौरतलब है कि बुधवार को वाराणसी से विकास उर्फ राजा बयान दर्ज कराने के लिए खेकड़ा थाने पहुंचा था। जो रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह का रिश्तेदार है और उनके कामकाज देखता है।
रिपोर्ट: तन्मय बरनवाल
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