मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खौफ तो इस कदर कायम हुआ कि उनमें जमानतें निरस्त कराकर कोर्ट में सरेंडर करने की होड़ लग गई। अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर व्याप्त हो गया कि वह जेल से बाहर आने में भी घबरा रहे हैं। जो अपराधी जेल के बाहर हैं वो अंडरग्राउंड हो गए हैं, कई कुख्यात अपराधियों ने तो अपनी जमानत रद्द करवा ली है और फिर जेल चले गए हैं। इन कुख्यात अपराधियों के लिए जेल ही सुरक्षित ठिकाना लग रहा है।
पुलिस के एनकाउंटर का खौफ माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी के परिवार को सताने लगा है। प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी पर कई आपराधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह अपने पति की हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को राजधानी लखनऊ स्थित यूपी प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता बुलाई। उन्होंने दोपहर 1:00 बजे प्रेस वार्ता में आने के लिए पत्रकारों को आमंत्रण भेजा है। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने बताया इस समय उनका पति झांसी जेल में निरुद्ध हैं। उन्होंने बताया कि एक अभियुक्त जमानत पर बाहर है उसकी ऑडियो क्लिप भी है। जब ऑडियो क्लिप इस बात का प्रमाण है तो मुन्ना बजरंगी को जेल से बाहर क्यों निकालाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल सीमा सिंह की पूरी बातें उनकी प्रेस वार्ता में ही पता चल पायेंगी।
उनके खिलाफ कई जिलों में आपराधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। लेकिन बागपत जिले में बसपा के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित को धमकी देने के आरोप में दर्ज मुकदमे में पुलिस उनको जेल से बाहर निकालना चाहती है। आरोप है कि पुलिस जेल से बाहर आते ही उनके पति की मुठभेड़ दिखाकर हत्या करना चाहती है। मुन्ना बजरंगी के वकील विकास श्रीवास्तव ने बताया जेल से बाहर आने में काफी खर्चा होता है। लेकिन कोर्ट इन मुकदमों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करती है तो फिर बागपत पुलिस उन्हें बाहर निकालने के लिए क्यों दबाव बना रही है। आरोप है कि बागपत पुलिस किसी न किसी बहाने से मुन्ना बजरंगी को जेल से बाहर निकाल कर मारना चाहती है।