बीते 18 दिसंबर से देश की राजधानी दिल्ली स्थित संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था, गौरतलब है कि, यह शीतकालीन सत्र मोदी सरकार के लिए काफी ख़ास रहा है, ऐसा इसलिए है क्योंकि, केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं के हक़ के लिए लगातार बीते कुछ समय से आवाज़ उठा रही है, वहीँ मौजूदा शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक को खत्म करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था, जिसके बाद लोकसभा में ट्रिपल तलाक पर कानून को मंजूरी मिल चुकी है. राज्यसभा में आज ट्रिपल तलाक बिल पेश होते ही हंगामा शुरू हो गया. राज्यसभा में ये बिल पारित नहीं हो सका था.
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मुस्लिम महिलाओं का ट्रिपल तलाक को लेकर प्रदर्शन:
मुस्लिम महिलाओं का ट्रिपल तलाक को लेकर प्रदर्शन लखनऊ में देखने को मिला है. शुरू से ही मौलानाओं ने इस बिल का विरोध किया है और इसी को हथियार बनाकर कांग्रेस ने राज्यसभा में बिल का विरोध किया था. नतीजन ये बिल अधर में लटक गया. इस कारण अब मुस्लिम महिलाओं में रोष व्याप्त है और वो आज लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय को घेरने पहुंची थी. उनको बिच में ही पुलिस ने रोका और पुलिस के साथ महिलाओं की नोंकझोंक भी हुई. भाजपा कार्यालय घेरने जा रही महिलाओं को पुलिस ने रोक दिया है.
पुलिस और महिलाओं में धक्का मुक्की:
ट्रिपल तलाक का विरोध कर रहे मौलानाओं की डिग्री की जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं. उनका कहना है कि इन मौलानाओं की डिग्री की जाँच होनी चाहिए. इसी को लेकर भाजपा कार्यालय घेरने बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं पहुंची. इनको रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. बीजेपी ने ट्रिपल तलाक पर मुस्लिम महिलाओं के हक़ की आवाज उठाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने इसको कानून में बदलने के लिए विधेयक लाया गया था जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था.