मुजफ्फरनगर जिले खतौली में उत्कल एक्सप्रेस की क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने के लिए रेलवे कर्मचारी द्वारा गैस कटर से काटा जा रहा था। इसी दौरान बोगी में आग लग गई। जिसके बाद कर्मचारियों ने बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग पर काबू न पा सके। आग इतनी भयावह हो गई कि फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।

बता दें कि खतौली में डबल ट्रैक बिछाने का कार्य प्रगति पर है और इसके बीच रास्ते में क्षतिग्रस्त बोगियां बाधा बन रही थी। जिनको रेल कर्मचारी काट कर हटाने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान बोगी में आग लग गई। घटना की सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं मौके पर जीआरपी व थाना कोतवाली पुलिस पहुंच गई है।

मुजफ्फरनगर-खतौली यातायात प्रभावित

ट्रेन के बोगी में आग लग जाने से मुजफ्फरनगर-खतौली यातायात प्रभावित हो गई है। घटना के कारण कुछ ट्रेनों को लेटलतीफी का सामना करना पड़ा। घटना की सूचना के बाद मौके पर रेल अधिकारी भी पहुंच गए हैं। आग लगने के बाद गैस कटर में प्रयोग किए जाने वाला सिलेडर नहीं फटा अन्यथा बड़ा हादसा भी हो सकता था।

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19 अगस्त को हुई थी घटना

19 अगस्त 2017 को पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस खतौली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। घटना में ट्रेन की कई बोगियां एक दूसरे के ऊपर चढ़ गईं और कई पटरी से उतरी गईं। हादसा इतना भयावह था कि देखने वालों के रूह तक कांप गई थी। रेलवे लाइन के पास बने कुछ मकान भी बोगियों की चपेट में आए हैं। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा मौके पर पहुंचकर मुआवजे का ऐलान किया था। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी वहीं 74 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की थी।

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