उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के हारने के बाद से पिछली सरकार के नेताओं पर कार्यवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसके साथ ही कई बड़े नेताओं पर कार्यवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया था। अब समाजवादी पार्टी के एक विधायक को जेल से जमानत मिल चुकी है। ये खबर निश्चित तौर पर सपा के लिए काफी राहत भरी है।
मनोज पारस को मिली जमानत :
5 साल पहले बिजनौर जिला पंचायत के तत्कालीन कुछ सदस्यों का अपहरण कर करने के मामले में नगीना सीट से विधायक मनोज पारस काफी समय से जेल में मंजूर हैं। नैनीताल हाईकोर्ट ने आज 5 साल पुराने इस मामले में समाजवादी पार्टी विधायक की जमानत को मंजूर कर लिया है। सपा के नगीना सीट से विधायक मनोज पारस इस समय उत्तराखंड की पौड़ी जेल में बंद हैं। ये मामला सपा सरकार के सत्ता में रहते हुए चर्चा में आया था जिसमें मुख्य आरोपी तत्कालीन कैबिनेट मंत्री मनोज पारस बने थे।
2015- 2016 पुलिस भर्ती मामले में कोर्ट का फैसला होगा मान्य : सिद्धार्थ नाथ सिंह
अगवा करने का है आरोप :
सपा विधायक से जुड़ा ये मामला साल 2013 का है। उस दौरान बिजनौर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान जिला पंचायत के कुछ सदस्य चुनाव में भाग न लेने के कारण उत्तराखंड चले गये थे। वे लोग पौड़ी के लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र स्थित एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए थे। सपा विधायक पर आरोप है कि वे सौ से अधिक लोगों के साथ लालबत्ती लगी गाडिय़ों में सदस्यों के रिसॉर्ट में आ धमके थे। इसके बाद वे उन जिला पंचायत सदस्यों को आंतकित कर उन्हें अपने साथ अगवा करके ले गए थे। सपा विधायक मनोज पारस ने 14 नवंबर को पौड़ी की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया था जिसके बाद अब जाकर कोर्ट ने उनकी जमानत को मंजूर कर लिया है।