उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 9 अगस्त को राजधानी लखनऊ से नमामि गंगे जागृति यात्रा (namami gange Jagriti Yatra) शुभारम्भ किया था. नागरिक सुरक्षा विभाग की ये नमामि गंगे जागृति यात्रा आज कानपुर पहुंची. बता दें कि साल 2019 तक गंगा को निर्मल और स्वच्छ बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिये इस यात्रा की शुरूआत की गई थी. आज इस यात्रा ने कानपुर में पड़ाव डाला और गंगा सफाई को लेकर सरसैया घाट पर एक समारोह आयोजित किया.
CM ने होमगार्ड्स को गंगा-गार्ड्स बनाकर किया था रवाना-
- यूपी का कानपुर चमड़ा के कारखानों के लिए प्रसिद्ध है.
- ऐसे में ये कारखानें गंगा में रासायनिक कचरा गिराने और उसके पवित्र गंगाजल को जहरीला बनाने का काम भी करते हैं,.
- बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तमाम दखलअन्दाजी के बावजूद अभी तक कानपुर सुधरा नहीं है.
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- लेकिन नागरिक सुरक्षा विभाग के मंत्री अनिल राजभर को लगता है कि होमगार्ड्स को गंगा किनारे बसे शहरों में भेजकर गंगा सफाई का सन्देश दिया जा सकता है.
- इसी के चलते सीएम ने लखनऊ से नमामि गंगे जागृति यात्रा के तहत होमगार्ड्स को गंगा-गार्ड्स बनाकर रवाना किया था.
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- यात्रा उत्तराखण्ड में हरिद्वार तक गयी और वहां से वापस उत्तर प्रदेश का रूख करके आज कानपुर पहुंची है.
- आज के नगर प्रवास के बाद ये होमगार्ड्स आगे बलिया के लिये रवाना होगें.
- जहाँ 6 सितम्बर को उनका अन्तिम पड़ाव होगा.
राज्य मंत्री नागरिक सुरक्षा विभाग अनिल राजभर का बयान-
- मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि इस जागृति यात्रा का यूपी में गंगा सफाई पर कितना असर पड़ेगा, ये कहना मुश्किल है.
- उन्होंने कहा कि इतना तय है कि कानपुर में जब तक गंगा में गिरने वाला सीवेज वाटर रोका नहीं जाता और चमड़ा कारखानों के लिये कामन टीटमेण्ट प्लाण्ट नहीं लगा दिया जाता तब तक सिर्फ जुबानी जमा खर्च करने से कुछ हासिल नहीं होगा.
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