भारतीय संविधान व आरक्षण बचाओ विषय पर रविवार को समाज के बुद्धिजीवियों व महिलाओं का एक प्रशिक्षण शिविर रविन्द्रालय चारबाग में अक्षयवर नाथ कनौजिया संस्थापक नमो बुद्धाय जन सेवा समिति की अध्यक्षता में आयोजित किया। कार्यक्रम में पहला मौका था जब आरक्षण को बचाने के लिये कार्यरत सभी शीर्ष संगठनों के नेतृत्वकर्ता एक साथ एक मंच पर दिखे। सभी ने एक सुर में आरक्षण व भारतीय संविधान को बचाने के लिये अपना शत प्रतिशत योगदान समाज को देने के लिये संकल्प लिया।
हजारों की संख्या में उपस्थित बुद्धिजीवियों व महिलाओं को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये बहराइच की सांसद सावित्री बाई फूले ने जोर देकर कहा जो लोग संविधान व आरक्षण की समीक्षा करने की बात करते हैं। सबसे पहले उन्हें उन गरीबों दलितो, पिछड़ों जिनके पास रोटी कपड़ा और मकान नहीं उनकी समीक्षा करना चाहिये। अब समय आ गया है हमें अपना अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलेगा। महिला व पुरूष बराबर है तो समाज में उन्हें बराबरी का अधिकार मिलना चाहिये।
17 साल पहले हमने अपना घर द्वार छोड़कर दलितो व पिछड़ों की लड़ाई के लिये अपने को समर्पित कर दिया। आरक्षण व संविधान को बचाने को लेकर सड़कों पर उतरेगें पूरे देश में आन्दोलन चलायेगें। पदोन्नतियों में आरक्षण का बिल न पास होना घोर चिन्ता का विषय है, जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश में लाखों कार्मिकों का रिवर्सन किया गया उसे उत्तर प्रदेश सरकार को सोचना चाहिये। 1 अप्रैल को कांशीराम स्मृति उपवन लखनऊ में हम सभी मिलकर देश के लाखों आरक्षण समर्थक संविधान बचाओं आरक्षण बचाओं पर अपनी आवाज बुलन्द करेगें जिसमें देश भर के आरक्षण समर्थक जुटेगें।
प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करते हुये आरक्षण बचाओं संघर्ष समिति उप्र के संयोजक अवधेश कुमारवर्मा ने कहा भाजपा कितना भी आरक्षण पर कुठाराघात कर लें उसके मंसूबे कामयाब नहीं होने वाले है। जिस प्रकार से बाबा साहब के नाम पर केन्द्र सरकार दलितों को गुमराह कर उन्हें वोट की राजनीति के लिये इस्तेमाल करती है। दलित व पिछड़ा समाज लोकतंत्र को बचाने के लिये संख्या बल का प्रयोग एकजुट होकर अपने अधिकार को बचाने के लिये करेगा। जिस प्रकार से पदोन्नतियों में आरक्षण का बिल पिछले 4 सालों से भाजपा की सरकार में लम्बित है। वह भाजपा की दलित विरोधी कार्मिक नीति को दर्शाता है। आरक्षण व संविधान को बचाने के लिये कोई भी संगठन कोई भी कार्यक्रम करेगा वहां पर आरक्षण समर्थक हुजूम के साथ अपना अधिकार लेने के लिये संघर्ष करेगें।
नमो बुद्धाय जन सेवा समिति के संस्थापक अक्षयवर नाथ कनौजिया ने सभी सामाजिक व कार्मिक संगठनों से बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर व मान्यवर काशीराम के रास्ते पर चलकर अपना अधिकार प्राप्त करना है। शिविर को सम्बोधित करते हुये अम्बेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने दलितों की दशा व वर्तमान दुर्दशा पर चिन्ता व्यक्त करते हुये सभी को एकजुट होकर एक सामाजिक राष्ट्रीय विकल्प तैयार करने के लिये आहवान किया। उन्होने कहा आरक्षण व संविधान को बचाने के लिये हम सभी को एकजुट होकर मतभेद भुलाकर जहाॅ पर भी जिस पार्टी में है आरक्षण के मुद्दे पर एकजुट होना चाहिये।
शिविर को प्रमुख रूप से सम्बोधित करने वालों में डॉ. सुनीता चन्द्रा रजिस्ट्रार बीबीएयू, भुवननाथ पासवान, उर्मिला बौद्ध, आरपी राव, जितेन्द्र कुमार अम्बेडकर, रंजीत कुमार, योगेन्द्र कुमार सहित अनेको लोग प्रमुख थे। कार्यक्रम का संचालन शालिनी बौद्ध ने किया।