समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने इसकी घोषणा की। उन्हें भाजपा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के स्थान पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा की सदस्यता प्रमाणपत्र दिया। साथ ही उन्हें बुके दिया। नरेश अग्रवाल राज्यसभा का टिकट न दिए जाने के चलते पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। उनका आगामी 2 अप्रैल को कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
फिल्मों में डांस और रोल करने करने वाली से सपा ने की तुलना: नरेश
नरेश अग्रवाल ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बसपा से गठबंधन और जया बच्चन को टिकट दिए जाने को लेकर वह चिंतित हैं। जया बच्चन को टिकट दिए जाने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि फिल्मों में डांस और रोल करने करने वाली से उनकी तुलना कर दी गई। इतना ही नहीं बसपा से गठबंधन पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के जरिए एक क्षेत्रीय पार्टी की हैसियत से भी खुद को हटा दिया है। जबकि 2012 में समाजवादी पार्टी पूरी तरह से सरकार में आई थी।
राम गोपाल यादव मुलायम का साथ न छोड़ने की बात
भले ही नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज हों लेकिन उन्होंने मुलायम सिंह यादव और राम गोपाल यादव का साथ न छोड़ने की बात कही। भाजपा ज्वाइन करने से पहले वे आज नई दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर पहुंचे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा की मौजूदगी में बीजेपी को ज्वाइन किया।
पीएम मोदी और सीएम योगी से हुए प्रभावित
उत्तर प्रदेश की राजनीति में जोड़-तोड़ में माहिर नरेश अग्रवाल अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। कांग्रेस से राजनीतिक पारी शुरू करने वाले नरेश अग्रवाल ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक कांग्रेस बनाने के बाद फिर बसपा का दामन थामा। इसके बाद वह अपने पूरे कुनबे के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। नरेश अग्रवाल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री सीएम योगी से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा उन्हें जो काम सौंपेगी वह उसका बेहतर ढंग से पालन करेंगे।
1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे नरेश
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिला के रहने वाले नरेश अग्रवाल 1980 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद से वह कई अन्य दलों से होते हुए समाजवादी पार्टी पहुंचे थे। हरदोई विधानसभा सीट से वह 7 बार विधायक रहे। नरेश अग्रवाल ने आज भाजपा में शामिल होकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल मचा दिया। नरेश अग्रवाल का राज्यसभा कार्यकाल 23 मार्च को खत्म हो रहा है। सपा ने उन्हें दुबारा राज्यसभा न भेजते हुए जया बच्चन को उम्मीदवार बनाया है। इसी से नाराज नरेश अग्रवाल साइकिल की सवारी छोड़कर भाजपा के साथ जा रहे हैं। नरेश अग्रवाल 1989 में कांग्रेस से अलग हुए थे। जिसके बाद उन्होंने 1997 में अखिल भारतीय लोकतांत्रिक पार्टी गठित की।
हरदोई से काफी संख्या में समर्थक दिल्ली पहुंचे
राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने की खबर से हरदोई से काफी संख्या में उनके समर्थक दिल्ली पहुंच चुके हैं। हरदोई की राजनीति में बड़ा बदलाव आएगा। पूर्व मंत्री अशोक बाजपेई को भाजपा राज्य सभा में भेज रही है। नरेश अग्रवाल कांग्रेस छोड़ने के बाद इसके बाद उन्होंने बसपा ज्वाइन की। मायावती पर पैसा लेने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी। इसके बाद लंबे समय तक सपा में रहे। उन्हें समाजवादी पार्टी में बड़ा वैश्य चेहरा माना जाता था। माना जा रहा है कि नरेश अग्रवाल 2019 में हरदोई से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी भी हो सकते हैं।