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उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों के पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बसपा सुप्रीमों मायावती से भी गठबंधन की बात कही थी। हालाँकि इस मुद्दे पर मायावती की पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी थी। बसपा सुप्रीमों मायावती और सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के एक साथ 27 अगस्त की रैली में आने की भी चर्चाएँ है मगर इस मुद्दे पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव नरेश अग्रवाल ने बड़ा बयान (naresh agrawal statement) दे दिया है।
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नरेश अग्रवाल ने किया जानकारी से इंकार (naresh agrawal statement) :
- बसपा और सपा के रिश्तो में तल्खी 1990 के बाद से बनी हुई है।
- उस दौरान हुआ गेस्ट हाउस काण्ड आज भी लोगो के जेहन में ताजा बना हुआ है।
- इसी कारण हमेशा सपा के नेता लगातार मायावती और उनकी पार्टी पर आक्रामक बने रहते हैं।
- मगर बीते दिनों से बसपा की राजनैतिक स्थिति पहले जैसी नहीं रह गयी है।
- इस कारण मायवती अब अपने विरोधियों संग आने पर मजबूर हो गयी हैं।
- बीते दिन Bspup2017 के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया था।
- इस ट्वीट में कहा गया था कि सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो।
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- खास बात है कि विपक्ष के नेताओं संग इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर भी थी।
- अखिलेश के अलावा तस्वीर में लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, जदयू के बागी नेता शरद यादव भी हैं।
- उनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी भी बनी हैं।
- ये पहला मौक़ा है कि मायावती और अखिलेश यादव एक साथ नज़र आ रहे हैं।
- हालाँकि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्र ने कहा है कि ये बसपा का ट्विटर अकाउंट नहीं है।
- 27 अगस्त की लालू की रैली में अखिलेश यादव और मायावती के एक मंच पर दिखने की चर्चा है।
- मगर इस जानकारी पर सपा महासचिव नरेश अग्रवाल ने इंकार कर दिया है।
- बसपा सुप्रीमो भी 27 अगस्त की रैली में जाने से इंकार कर चुकी हैं।
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