सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 15 अगस्त को सभी मदरसो में ध्वजारोहण और राष्ट्रगान गाये जाने के निर्देश दिए थे. लेकिन हद तो तब हो गई जब कानपुर के पुलिस लाइन में आजादी के 71वें साल पर एडीजी अविनाश चंद्र ने पुलिस, अन्य अधिकारी और कर्मचारियों की मौजूदगी में ध्वजोरोहण तो किया, लेकिन उसके बाद राष्ट्रगान नहीं गाया गया. ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब पुलिस के लोग ही राष्ट्रगान भूल जाएंगे तो आम आदमी का क्या होगा. बहरहाल पुलिस लाइन में ध्वजारोहण से लेकर समाप्ति तक के सारे कार्यक्रम हुए सिवाय राष्ट्रगान के. इस दौरान पुलिस लाइन में मिष्ठान वितरण भी किया गया.

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12 सेकेंड की विगुल की पीपी में होगया राष्ट्रगान-

  • आजादी के 71वें साल पर कानपुर की पुलिस लाइन में ध्वजारोहण का कार्यक्रम हुआ.
  • जो कि हार साल 15 अगस्त को पुलिस लाइन में होता है.
  • हार साल की तरह इस साल भी सुबह लगभग 9 बजे ध्वजोरहण का कार्यक्रम हुआ.
  • कार्यक्रम के दौरान एडीजी अविनाश चंद्र ने ध्वजारोहण किया.
  • उसके बाद पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को आजादी की बधाई दी.
  • इसके बाद आइजी रेंज आलोक सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मियों को अच्छे कार्य के लिए सम्मानित किया.

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  • लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में एक बात एडीजी,आइजी, डीआइजी और अन्य पुलिस कर्मी भूल गए कि राष्ट्रगान ही नहीं हुआ.
  • इस बारे में डीआइजी सोनिया सिंह से पूछा गया तो वह बगले झांकने लगी.
  • जिससे बाद वो चुप्पी साधते हुए आरआइ के कमरे में चली गईं.
  • वहीँ एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि ध्वजारोहण के बाद हुआ है.
  • लेकिन जब उन्हें रिकार्डिंग दिखाई गई तो वह बोले कि जो पीपी विगुल से बजी उसी के साथ हो गया.
  • पीपी 12 सेकेंड में ही खत्म हो गई थी जबकि राष्ट्रगान 52 सेकेंड होता है.
  • इस बात पर उन्होंने कोई जवाब नही दिया.

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