संभावित बाढ़ को देखते हुए नौरंगा का पीपा पुल खोल दिया गया है. लेकिन इसके कारण अब लाखों लोगों को आवागमन प्रभावित हो रहा है. लोगों को जिला कार्यालय जाने के लिए अब बिहार के रास्ते से आना पड़ रहा है.
नौरंगा व शिवरामपुर घाट पर बने पीपा पुल को खोला गया:
- नौरंगा व शिवरामपुर घाट पर बने पीपा पुल को खोल दिये जाने से एक बड़ी आबादी का आवागमन प्रभावित हो रहा है.
- नौकाओं पर दो पहिया वाहन रखकर नदी पार कर रहे हैं.
- वहीँ चार पहिया वाहनों को बिहार के रास्ते बलिया जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है.
- सबसे गंभीर समस्या चिकित्सा सुविधा की है.
- कई गांवों के लोग पीपा पुल से होकर दवा-इलाज के लिए बलिया शहर जाते थे.
- लेकिन अब बिहार सीमा में ही इलाज पर निर्भर होना पड़ रहा है.
- नदी में पानी बढ़ने के साथ ही धारा भी तेज हो गयी है.
- ऐसे में लोगों को नदी पार करने में भारी जोखिम उठाना पड़ रहा है.
- 15 मिनट की दूरी तय करने में दो से ढाई घंटे लग रहे हैं और जान का खतरा अलग बना रहता है.
- गंगा पार गांवों के मरीजों के सामने दवा से पहले अस्पताल पहुंचने की बड़ी चुनौती होती है.
- नदी पार के गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है.
- ऐसे में उन्हें जिला मुख्यालय ही आना पड़ता है.
- इनसेट पुल के पूरा होने का सभी को है.
- गंगा पार के गांवों की समस्या को देखते हुए शिवरामपुर घाट के सामने पुल का निर्माण हो रहा है.
- पुल निर्माण का लक्ष्य जून 2017 तक होना था लेकिन अभी तक आधा काम भी ढंग से नहीं हो पाया है.