उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद की तहसील महावन क्षेत्र में मां चंद्रावली के मंदिर पर नवरात्रों के समय भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती हैं. मां के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं.
हर सोमवार को लगता है मेला:
वैसे यहां प्रत्येक सोमवार को माता के दर्शन किए जाते हैं और मेला लगता है. माना जाता है कि मां के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
मां चंद्रावली के बारें में बताया जाता है कि भगवान कृष्ण के समय में मां चंद्रावली भगवान के साथ खेलती थी.
ये है मन्दिर की मान्यता:
1 दिन खेल के समय भगवान कृष्ण मां को एक स्थान पर बिठाकर और नंद बाबा से मिलने की कहकर चले गए लेकिन वापस नहीं लौटे।
मां ने धरती मां से अपनी गोद में लेने की प्रार्थना की. जिससे धरती मां ने चंद्रावली मां को अपनी गोद में ले लिया.
जब लोगों को इसके बारे में पता चला तो आकाशवाणी के द्वारा मां ने बताया कि मैं कलयुग में इसी स्थान पर प्रकट होंगी और भक्तों का उद्धार करूंगी.
आज वहीं उसी स्थान जहां मां धरती में समां गयी थी और कलयुग में प्रकट हुई़ थीं, मां की पूजा अर्चना की जाती है। बहुत दूर दूर से लोग यहां मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।