एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) इलेक्शन वाच ने हाल ही उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा के चुनावों को लेकर एक अध्ययन रिपोर्ट पेश की है।
एडीआर इलेक्शन वॉच के सीईओ मेजर जनरल अनिल वर्मा ने दी जानकारी:
- एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) इलेक्शन वाच ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है।
- इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बार के चुनाव में बड़े पैमाने पर खनन माफिया, ठेकेदार और शिक्षा माफिया ताल ठोकने की तैयारी में है।
- इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बार के विधान सभा चुनाव में चिट फंड कम्पनी चलाने वाले भी तैयारी में है।
- एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म के सीईओ मेजर जनरल अनिल वर्मा ने बताया कि इस बार के चुनाव में प्राध्यापकों, डॉक्टरों व अधिवक्ताओं की संख्या न्यूनतम रहेगी।
- एडीआर की स्टडी रिपोर्ट के जरिये सामने आये तथ्यों के अनुसार जहाँ आजादी के बाद वकीलों, शिक्षकों और अन्य दक्ष पेशेवरों की संख्या बहुतायत थी।
- वही बाद के सालों में इनकी संख्या में काफी कमी आई है।
- एडीआर की स्टडी रिपोर्ट के अनुसार इस बार मैदान में ताल ठोकनें वाले लोगों की प्रष्ठभूमि बहुत उजली नहीं है।
- इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी जता रहे लोगों में बड़ी तादाद 21 फीसदी है।
- ये 21 फीसदी लोग ठेकेदारी से संलग्न हैं।