गोरखपुर और फर्रुखाबाद में हुए हादसे के बाद भी प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज प्रशासन लापरवाही बरतते हुए नजर आ रहे हैं. ताजा मामला ताजनगरी आगरा का है जहाँ गुरूवार 7 सितम्बर को एसएन मेडिकल कॉलेज ‘Sarojini Naidu Medical College Agra’ की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बता दें कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के परिजनों को आज खराब दूध बांट दिया गया जिसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए. इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने इकट्ठे हो कर जमकर हंगामा काटा. लेकिन काफी देर चले हंगामे के बाद भी एसएन मेडिकल कॉलेज का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.
ये है पूरा मामला-
- आगरा के एस.एन. मेडिकल कॉलेज में बहुत से ऐसे मरीज भर्ती हैं जिन्हें सिर्फ लिक्विड दी जाती है.
- ऐसे मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज में रोज सुबह दूध के पैकेट बांटे जाते हैं.
- मेडिकल कॉलेज में दूध के ये पैकेट सरकारी एजेंसी पराग द्वारा मंगवाता है.
- इस दौरान रोज की तरह आज भी दूध के पैकेट मरीजों के परिजनों को बांटे गए.
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- लेकिन पैकेट खोलने के बाद परिजनों पाया की दूध पूरी तरह खराब है.
- ऐसे में दूध को खराब देखकर परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया.
- इस दौरान बहुत से परिजन और तीमारदारों ने इकट्ठे होकर शिकायत भी की.
- लेकिन इतने हंगामे के बाद भी को अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.
आज 4 दिन बाद बांटा गया था दूध-
- परिजनों का कहना है कि अस्पताल में आज 4 दिन बाद दूध बांटा गया है.
- लेकिन इसके बाद भी उन्हें खराब दूध दे दिया गया.
- ऐसे में अगर वह मजीरों को यह दूध पिला देते तो एक बड़ा हादसा हो सकता था.
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- परिजनों ने एस.एन. मेडिकल कॉलेज के अधिकारी पर दूध बांटने के मामले में लापरवाही का आरोप भी लगाया.
- उन्होंने ये भी बताया कि कर्मचारियों द्वारा बांटे जाने वाली लिस्ट में नाम होने के बावजूद कम दूध बांटा जाता है.
एजेंसी का पेमेंट रोककर की जाएगी जांच-
- इस मामले में एस.एन. मेडिकल कॉलेज आगरा के कार्यवाहक प्रिंसिपल अजय अग्रवाल से भी बात की गई.
- उनका का कहना है कि दूध की पूरी खरीदारी सरकारी एजेंसी पराग से की जाती है.
- उन्होंने कहा कि अगर कोई कमी पायी गयी है तो एजेंसी का पेमेंट रोककर जांच की जायेगी.
- जांच की बात कहकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अपना पल्ला तो झाड़ लिया.
- लेकिन ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेता ये एक बड़ा सवाल है.