उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डॉक्टरों को सख्ती के साथ लापरवाही न बरतने के निर्देश देती आ रही है. लेकिन इसके बावजूद डॉक्टरों और स्टाफ द्वारा लापरवाही बरतने के मामला थमने का नाम नही ले रहा है. ताज़ा मामला यूपी के मीरजापुर का है. जहाँ जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ की लापरवाही के चलते 20 दिन के नवजात के दाहिने हाँथ की उंगलियां काटनी पड़ रही हैं.
न्याय की गुहार कर रहे नवजात के माता पिता-
- मीरजापुर के गणेश गंज निवासी पीयूष और मोहिनी अपने पहले बच्चे के पैदा होने को लेकर बहुत खुश थे.
- इसी के चलते अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर पियूष 23 मार्च को महिला अस्पताल पहुंचा.
- जहां डाक्टर फरहा जैदी ने उसकी जांच की
- जिसके बाद उन्होंने तुरंत ऑपरेशन कर बच्चा पैदा करने के लिए लिख दिया.
- पियूष ने बताया कि इस दौरान उससे 10 रूपए भी मांगे गए.
- जिसे न दे पाने के चलते उसकी गर्भवती को जनरल वार्ड में भर्ती करा दिया गया.
- पियूष ने बताया की सुबह राउंड पर जब डॉ फरहा जैदी आयी तो उन्होंने बच्चे की डिलवरी के बारे में पूछा तो तो मै रोने लगा.
- जिसके बाद डॉ फरहा ने मेरी पत्नी को तुरंत ऑपरेशन के लिए भेजा दिया.
- दिन के 11:30 बजे ऑपरेशन के बाद पियूष की पत्नी ने बच्चा ने बच्चे को जन्म दिया.
- इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि गन्दा पानी पिने से बच्चा बीमार हो गया है.
- इसे लेकर तुरंत आईसीयू में जाओ.
- पियूष ने किसी तरह बच्चे को आईसीयू में भर्ती करा दिया.
- इस दौरान राउंड पर आये सरकारी डाक्टर ने इलाज के लिए रुपयों की मांग की.
- लेकिन पियूष ने रुपये देने में खुद को असमर्थ बताया.
- इसके बाद बच्चे की ठीक से देखभाल नहीं की गयी.
- जिससे उसके दाहिने हाँथ में इंफेक्शन हो गया.
- 25 मार्च को बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ने पर पियूष को उसे अस्पताल से बाहर ले जाने के लिए कह दिया गया.
- पियूष ने बताया कि इसके बाद उसने बच्चे को इलाहबाद के एक डाक्टर को दिखाया.
- उन्होंने ने कहा कि इसके दाहिने हाँथ की पांचों उंगलिया काटनी पड़ेगी.
- जिसके बाद पियूष और उसकी पत्नी जिलाधिकारी से मिले.
- जहाँ उन्होंने न्याय की गुहार लगते हुए इस मामले में कार्रवाई किये जाने की मांग की.
- जिलाधिकारी कंचन वर्मा ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले में सीएमओ से जाँच कराकर शाम तक रिपोर्ट मांगी है.
- उन्होंने कहा कि आरोप सही पाए गए तब दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.