उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के सिरौलीगौसपुर तहसील में UttarPradesh.Org पर चली खबर का असर हो गया. उपजिलाधिकारी ने रिश्वत लेने वाले लेखपाल को सस्पेंड कर दिया, जिससे राजस्व विभाग के रिश्वतखोर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
क्या है मामला:
बता दें कि 24 सितंबर को जिले की ग्राम पंचायत किंतूर में एक ग्रामीण की भूमि दूसरे के नाम दर्ज होने के मामले में हल्का लेखपाल द्वारा रिश्वत लेने के मामले में ग्रामीणों ने लेखपाल की पिटाई करके उसे बंधक बना लिया था.
जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस व तहसील प्रशासन की टीम ने लेखपाल को वहां से मुक्त करवा लिया था. वहीं ग्रामीणों ने रुपए लेने का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था।
उपजिलाधिकारी ने लिया संज्ञान:
इस पूरे मामले को UttarPradesh.Org ने प्रमुखता के साथ उजागर किया था. जिसे संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी संतोष कुमार ने हल्का लेखपाल हरिप्रसाद सिंह को सस्पेंड कर दिया.
वहीं उन्होंने बताया कि लेखपाल की पिटाई के संबंध में थाने पर तहरीर दी जाएगी. पिटाई करने वालों के विरुद्ध भी मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा.
लेखपाल ने नाम सही करने के लिए ली थी घूस:
मामला तहसील ग्राम किन्तूर से संबंधित है. यहां के हल्का लेखपाल हरिप्रसाद गांव गए हुए थे.
ग्रामीण राजेश कुमार ने अपनी गाटा संख्या 585 को बेच दिया था, जिसको लेखपाल ने कनीज फातिमा के नाम दाखिल खारिज कर के अन्य गाटा संख्या उसी के नाम कर दिया था.
लेखपाल ने कनीज फातिमा के नाम उसके गाटा संख्या 670 और 696 साथ ही 705 खतौनी पर दर्ज करा दिया.
5 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी.
इसके संबंध में गांव के लेखपाल से राजेश कुमार ने अपनी बात बताई तो उसे सही करने के लिए लेखपाल ने राजेश से 5 हजार रुपये मांगे.
इसके एवज में राजेश कुमार ने एक हजार रुपये देकर काम निपटाने की बात कही.
जिसपर लेखपाल नहीं माना. इसी बीच किसी ग्रामीण ने इस मामले का वीडियो बना लिया और वहां एकत्रित ग्रामीणों ने लेखपाल को घेर लिया।
तब लेखपाल ने वहीं से तहसील प्रशासन व पुलिस प्रशासन को सूचना दिया.
उप निरीक्षक राज किशोर दुबे और राजस्व निरीक्षक हुकुम सिंह उप जिला अधिकारी की गाड़ी से वहां पहुंचे. ग्रामीणों को समझाने के बाद किसी तरह ग्रामीणों ने उन्हें छोड़ा।
गुस्साए ग्रामीणों ने की लेखपाल की पिटाई:
इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने तहसील पहुंचकर तहसीलदार अखिलेश कुमार सिंह को एक शिकायती पत्र सौंपकर कार्यवाही किए जाने की मांग की
तहसीलदार ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.
इस संबंध में तहसीलदार ने बताया कि संबंधित लेखपाल को नोटिस जारी कर दी गई है.
1 हफ्ते के अंदर उनसे जवाब मांगा गया है.
वहीं शिकायतकर्ताओं से अपने साक्ष्य को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.
यह मामला सही पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी ।
UttarPradesh.Org की खबर का लिया संज्ञान:
UttarPradesh.Org ने इस खबर को प्रमुखता के साथ चलाया था. जिसे संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी संतोष कुमार ने हल्का लेखपाल हरिप्रसाद को सस्पेंड कर दिया।