उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शनिवार रात देश के अंदर छुपे आतंकी स्लीपर सेल ने योजनाबद्ध तरीके से जांबाज अफसर तंजील अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी। रविवार रात उनके शरीर को दिल्ली में सुपुर्दे खाक किया गया। वे शनिवार रात अपनी भांजी की शादी से पत्नी और दो बच्चों के साथ कार से घर लौट रहे थे। तभी उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस हमले में उनकी पत्नी फरजीना गंभीर रूप से घायल हुईं।
पुलिस और एसटीएफ को उनकी हत्या के पीछे किसी आतंकी संगठन के होने का शक है। उत्तर प्रदेश और केंद्र, दोनों की जांच एजेंसियां सुराग तलाशने में लगी हुई हैं। उनके हत्यारों के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। शहीद जांबाज अफसर तंजील अहमद से जुड़ी कुछ खास बातें:
- बिजनौर के सहसपुर में रहने वाले शहीद तंजील अहमद BSF में असिस्टेंट कमांडर थे और पिछले 6 साल से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में कार्यरत थे।
- पिछले कुछ दिनो में भारत भर में 27 से ज्यादा ISIS आतंकियों को पकडने में उनकी अहम भुमिका रही थी।
- पठानकोट हमले को लेकर पाकिस्तान से आई टीम के साथ इंडियन अफसरों के डेलिगेशन में भी वे शामिल थे।
- तंजील कठिनतम ऑपरेशन को सटीक अंजाम तक पहुंचाने वाले जांबाज अफसर थे।
- खतरनाक आतंकवादी दानिश से लेकर यासीन भटकल की गिरफ्तारी में इस जांबाज अफसर की अहम भूमिका रही थी।
- देश में होने वाली सभी छोटी-बड़ी आतंकी घटनाओं की जांच में वे शामिल होते थे।
- जाली नोट के कारोबार को खत्म करने में भी तंजील अहमद की अहम भूमिका थी।