आगामी लोकसभा चुनाव से पहले 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। इसके बाद अब उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले की निघासन विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सपा में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की लंबी फेहरिस्त की चर्चा जोरों पर है। दावेदार उपचुनाव का टिकट पाने के लिए जिला से प्रदेश नेतृत्व तक संपर्क साधने लगे हैं। ये सीट भाजपा विधायक के निधन के कारण रिक्त हुई है।
कई बड़े नामों की है चर्चा :
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, जिन नामों की चर्चा चल रही है, उनमें पूर्व जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल, पूर्व विधायक आरए उस्मानी, पूर्व विधायक कृष्ण गोपाल पटेल के पुत्र हिमांशु पटेल, पूर्व मंत्री यशपाल चौधरी, पार्टी नेता उदयभान ¨सह, प्रांतीय नेता धनंजय उपाध्याय, इंजीनियर धनीराम मौर्या शामिल हैं। इनमें से अनुराग पटेल, हिमांशु पटेल, धनंजय उपाध्याय और उदयभान सिंह यादव का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है।
इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष मो. कय्यूम खां ने कहा है कि अभी तक उपचुनाव को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। न तो पार्टी की ओर से आवेदन मांगा गया है और न ही किसी ने आवेदन दिया है। पार्टी की ओर से आवेदन फार्म आने पर जो दावा पेश करेंगे, उन्हीं नामों को प्रदेश नेतृत्व के समक्ष भेजा जाएगा।
चुनाव आयोग ने दिया झटका :
उपचुनाव के पहले ही संभावित प्रत्याशियों को झटका देते हुए चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला किया है। चुनाव आयोग द्वारा अब उनके खर्चे और डोनेशन लेने की सीमा निर्धारित कर दी गयी है। हर प्रत्याशी अब एक दिन में महज 10 हजार रुपये खर्च कर सकेंगे और इतना ही डोनेशन दे सकेंगे। पहले खर्च की धनराशि 20 हजार रुपये प्रतिदिन थी लेकिन आयोग के इस निर्देश से चुनाव में पानी की तरह पैसा नहीं बहाया जा सकेगा। चुनाव आयोग का यह निर्देश लोकसभा व विधानसभा दोनों चुनावों के प्रत्याशियों पर लागू होगा।